वन विभाग की हठधर्मिता से रेल लाइन का काम बाधित
- बांकेगंज-मैलानी जंगल के अंदर गुजरती है 13 किलोमीटर रेल लाइन
ऐशबाग-पीलीभीत के बीच आमान परिवर्तन के काम में वन विभाग रोड़ा बन रहा है। बांकेगंज और मैलानी के बीच 13 किलोमीटर रेल लाइन जंगल से होकर गुजरती है। इस क्षेत्र में पुरानी पटरियों को उखाड़ कर ले जाने और बिछाई जाने वाली नई पटरियों के अलावा दूसरी सामग्री पहुंचाने के लिए कार्यदायी संस्था रेल विकास निगम लिमिटेड को दिक्कतें आ रही हैं। वन विभाग की अनुमति के बिना वहां परिवहन नहीं किया...
more... जा सकता। उधर, वन विभाग जंगल के अंदर निर्माण सामग्री के परिवहन की अनुमति देने में टाल मटोल कर रहा है।
मालूम हो कि बांकेगंज-मैलानी के बीच 13 किलोमीटर रेल लाइन दक्षिण खीरी वन प्रभाग के मैलानी रेंज के जंगलों से होकर गुजरती है। अब जब आमान-परिवर्तन का काम चल रहा है, तो इस रूट पर पुरानी पटरियों को उखाड़ कर नई पटरियां बिछाई जानी हैं। समस्या पुरानी पटरियों को उखाड़ कर ले जाने, नई पटरियों को वहां पर पहुंचाने की है। आरवीएनएल को ट्रकों से यह सामान पहुंचाना है। जंगल के अंदर परिवहन के लिए वन विभाग की मंजूरी अनिवार्य है। आरवीएनएल ने इसके लिए नियमानुसार आवेदन के साथ वन विभाग को परिवहन के लिए तैयार किया गया रोड मैप भी उपलब्ध कराया है, लेकिन विभाग इसकी अनुमति देने में लगातार टाल मटोल कर रहा है।
मेगा ब्लाक के बाद ऐशबाग और मैलानी के बीच पुरानी पटरियां उखाड़ने और ब्राडगेज पटरियां बिछाने का काम तेजी से शुरू हो चुका है। लेकिन वन क्षेत्र में आने वाले इस 13 किलोमीटर की लाइन पर अभी तक पटरियां उखाड़ी ही नहीं जा सकी हैं। न ही नई पटरियां बिछाने का सामान वहां तक पहुंच पाया है। इससे आमान परिवर्तन के काम में बाधा पड़ रही है।
रेल विभाग ने आमान-परिवर्तन कार्य के लिए जंगल के रास्तों पर सामान लाने और ले जाने के लिए आवेदन किया है। वन विभाग ने रेल विभाग से ट्रकों के जरिए जंगल के रास्तों के इस्तेमाल करने का रोड मैप आदि की आख्या मांगी है। आख्या मिलते ही विचार किया जाएगा। नियमानुसार शुल्क जमा होने के बाद अनुमति दी जाएगी।
- अखिलेश पांडे, डीफओ, साउथ खीरी
बांकेगंज-मैलानी के मध्य 13 किलोमीटर जंगल के अंदर आमान-परिवर्तन सामान के आवागमन के लिए वन विभाग से जंगल के रास्तों पर परिवहन की अनुमति मांगी गई है। जो अभी तक नहीं मिल सकी है। अनुमति मिलते ही काम शुरू होगा।
- एसके वर्मा, सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर, आरवीएनएल