लखनऊ, जेएनएन। यदि आप ट्रेन 02591 गोरखपुर यशवंतपुर एक्सप्रेस से नागपुर होकर बेंगलुरु तक यात्रा करने वाले हैं तो सफर से पहले खाना साथ लेकर जाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि लगभग 40 घंटे की यात्रा में आपको ट्रेन में खाना नहीं मिलेगा। रेलवे ने गोरखपुर-यशवंतपुर एक्सप्रेस के साथ गोरखपुर सिकंदराबाद एक्सप्रेस से रसोई यान हटाने के आदेश दिए हैं।
दरअसल, कोविड-19 के कारण बंद चल रही ट्रेनों का संचालन शुरू तो हुआ मगर रसोई यान में खाना बनाने पर रोक लगा दी गई है। अब रेलवे यात्रियों को पैक्ड फूड मुहैया कराएगा। यह व्यवस्था तेजस एक्सप्रेस जैसी वीआइपी ट्रेन के साथ मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों में भी लागू होगी। रेलवे की अपना बेस किचन बनाने की योजना पर यदि अमल हुआ...
more... होता तो यात्रियों को कोरोना काल में स्वच्छ खाने का संकट न झेलना पड़ता। रेलवे ने लखनऊ सहित बड़े स्टेशनों पर बेस किचन बनाने की योजना तीन वर्ष पहले बनाई थी। खानपान का जिम्मा रेलवे से लेकर आइआरसीटीसी को सौंपा गया था। इसके लिए रेलवे को चारबाग में आइआरसीटीसी को बेस किचन की जगह मुहैया कराना था, जो अब तक न हो सका। अब रेलवे ने कई ट्रेनों में रसोई यान के टेंडर की प्रक्रिया शुरू की है। पैक्ड फूड के कारण टेंडर लेने वाली कंपनियों के कोटेशन भी महंगे हुए हैं। हालांकि इन कंपनियों के पास अपने बेस किचन न होने पर वह पैक्ड खाना किस तरह मुहैया कराएंगे यह अब तक तय नहीं हो सका है ।