भोपाल, नवदुनिया प्रतिनिधि। यात्रियों की तरह अब सामान भी तय समय पर एक से दूसरे स्टेशनों तक पहुंच सकेगा। रेलवे तय समय पर सामान की डिलीवरी देने के लिए पार्सल ट्रेनों के चलने का समय तय करने जा रहा है। अभी यह तय नहीं था, लेकिन रेलवे ने इसकी घोषणा कर दी। संबंधित रेल मार्गों पर व्यापारियों, किसानों और उद्योगपतियों द्वारा निर्धारित माल परिवहन के लिए यात्री ट्रेनों की तरह पार्सल ट्रेनों की समय सारणी भी बनाएंगे और उस सामान को निर्धारित समय में संबंधित स्टेशनों तक छोड़ेंगे।
अभी यात्री ट्रेनों का ही चलने/ठहरने का समय तय है, लेकिन पार्सल ट्रेनों का समय तय नहीं है। इसलिए ये ट्रेनें कभी भी, कहीं भी रोक दी जाती है। पहले यात्री ट्रेनों को...
more... प्राथमिकता के साथ गुजारा जाता है, इसलिए इन ट्रेनों में माल परिवहन समय पर नहीं हो पाता और माल की डिलीवरी तय समय पर नहीं मिलती है। यह विलंब माल जिसके लिए भेजा है, उसके लिए परेशानी का कारण बन जाता है।
रेलवे के वरिष्ठ प्रवक्ता सूबेदार सिंह ने बताया कि भोपाल मंडल रेल प्रशासन उद्योग, व्यापार जगत के लिए माल परिवहन सेवा के क्षेत्र में एक और बड़ी सुविधा देने जा रहा है। सूबेदार सिंह ने बताया कि भोपाल मंडल से समय सारणी आधारित पार्सल एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है। जिसके तहत समय पर ट्रेन को माल लेकर रवाना किया जाएगा और अंतिम स्टेशन पर भी संबंधित ट्रेन समय पर पहुंचेगी।
इन हिस्सों तक भेजा जा सकता है समय पर माल
उत्तर भारत, पूर्वी भारत एवं उत्तर-पूर्व तथा दक्षिण भारत के स्टेशनों के लिए पार्सल एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की संभावना है। यानी भोपाल मंडल समेत आसपास मंडलों के स्टेशनों से चलाई जाने वाली पार्सल वह मालगाड़ी ट्रेन संबंधित क्षेत्रों तक माल पहुंचाने में मदद करेंगी। बता दें कि भोपाल क्षेत्र के टर्मिनलों से विभिन्न स्टेशनों के लिए माल भेजे जाने की सुविधा है।
व्यापारी, उद्योगपति बता सकते हैं पसंद
पार्सल व्यवसाय से जुड़े व्यापारी व परिवहन सेवा प्रदाता माल परिवहन से जुड़े मामले में रेलवे को सुझाव दे सकते हैं। रेलवे ने यह सुझाव 20 जून तक मंगवाए हैं। उसके बाद रेलवे के अधिकारी जरूरत पड़ने पर व्यापारी व परिवहन सेवादाताओं से चर्चा भी करेंगे।
रेलवे के अधिकारियों का तर्क है कि यह सेवा भोपाल क्षेत्र के उत्पादनकर्ताओं, परिवहन व्यवसायियों एवं व्यापारियों के लिए लाभप्रद साबित होगी। पार्सल एक्सप्रेस का संचालन टाइम टेबल के मुताबिक होने के कारण व्यापारियों के पार्सल अपने गंतव्य स्थल पर निर्धारित समय पर पहुंचेंगे। इससे व्यापारियों और रेलवे दोनों को लाभ होगा।