सीतापुर। बस चंद दिन का इंतजार। फिर लखनऊ-सीतापुर के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेनों से सफर का लुत्फ उठाइए। पूर्वोत्तर रेलवे के ऐशबाग-सीतापुर ट्रैक पर मय टेस्टिंग के 80 किमी. तक विद्युतीकरण कार्य पूरा हो चुका है। महज 10 किमी. यह कार्य बाकी है। ये कार्य भी 20 दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद पहले चरण की इलेक्ट्रिक लाइन के सीआरएस के लिए 26 दिसंबर तारीख प्रस्तावित कर दी है। सीआरएस रिपोर्ट आने के बाद इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। दरअसल, सीतापुर में पूर्वोत्तर और उत्तर रेलवे के दो ट्रैक हैं। इनमें पूर्वोत्तर रेलवे का बुढ़वल वाया सीतापुर, सीतापुर जंक्शन व ऐशबाग वाया सीतापुर-लखीमपुर मैलानी तथा उत्तर रेलवे का सीतापुर सिटी वाया महोली-रोजा तथा सीतापुर सिटी वाया नैमिषारण्य-बालामऊ शामिल हैं। उत्तर रेलवे का ट्रैक बरसों पहले ब्रॉडगेज में तब्दील हो चुका है। इसके बाद वर्ष 2016 में पूर्वोत्तर रेलवे का ऐशबाग वाया सीतापुर-लखीमपुर मीटर गेज ट्रैक को ब्रॉडगेज में परिवर्तित...
more... किए जाने का काम शुरू हुआ। काम पूरा होने पर जनवरी 2019 में पहले लखनऊ से सीतापुर के बीच बड़ी लाइन की ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया। बाद में लखीमपुर तक ट्रेनें संचालित की जाने लगीं। हालांकि लखीमपुर से आगे अभी ट्रेन संचालन शुरू नहीं हुआ है। वहीं, इस रूट पर ट्रेनों की संख्या भी कम हैं। आमान परिवर्तन के साथ ही रेलवे ने इस समूचे ऐशबाग वाया सीतापुर बरेली तक ट्रैक का विद्युतीकरण भी शुरू कर दिया है। रेल विद्युतीकरण का काम कार्यदायी संस्था कल्पतरु कर रही है। यह कार्य पहले चरण में ऐशबाग-सीतापुर जंक्शन तक कराया जा रहा है। ऐशबाग से खैराबाद तक विद्युतीकरण पूरा कर ट्रायल भी कर लिया गया है। वर्तमान समय में खैराबाद से सीतापुर के बीच काम जारी है। विद्युत पोल पर तार बिछाने के साथ ही ट्रायल भी किया जा रहा है। यह काम 20 दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। रेलवे अफसरों ने 26 दिसंबर को सीआरएस कराने का प्रस्ताव भी भेज दिया है। सब कुछ ठीक रहा तो सीआरएस रिपोर्ट आने के बाद इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन होने लगेगा।
सीतापुर-लखीमपुर रूट पर भी तैयार हो रहे फाउंडेशन
पहले चरण में ऐशबाग-सीतापुर इलेक्ट्रिक लाइन के कार्य अंतिम में पहुंचाने के साथ ही रेल विकास निगम लिमिटेड ने अगले यानी द्वितीय चरण में सीतापुर-लखीमपुर रूट पर भी विद्युतीकरण कार्य शुरू कर दिया है। आरवीएनएल के अफसरों की मानें तो इस रूट पर भी विद्युत पोलों को खड़ा करने को फाउंडेशन तैयार किए जा रहे हैं। हरगांव रेलवे स्टेशन यार्ड तक फाउंडेशन तैयार करने का कार्य पूरा कर लिया गया है।
डालीगंज वाया सीतापुर-मैलानी-बरेली-कॉसगंज ट्रैक का विद्युतीकरण सवा चार अरब की लागत से किया जा रहा है। इसे चार चरण में पूरा किया जाएगा। डॉलीगंज-सीतापुर तक कार्य अंतिम चरण में है। 26 दिसंबर को सीआरएस कराया जाएगा। सीआरएस रिपोर्ट आने के बाद इस ट्रैक पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। -जगन्नाथ मिश्रा, प्रबंधक, रेल विकास निगम लिमिटेड