ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। उत्तर मध्य रेलवे ने मानसून सीजन में आपात स्थिति से निपटने के लिए वैगन खड़े करने का फैसला लिया है। यदि मानसून में कहीं भी हादसा होता है। आपात जरूरत पडऩे पर किसी एक स्थान से मदद बुलाने की जरूरत है। रास्ता अवरुद्ध हो गया है। इन सभी स्थिति में मदद के लिए वैगन जाएंगे। ये अलग अलग हिस्सों में विशेष वैगन तैनात होंगे। मानसून में आपात स्थिति से निपटने में 24 घंटे मदद के लिए तैयार रहेंगे। इन वैगनों में पिचिंग स्टोन, बोल्डर, रेत/खदान जैसी सामग्री भरी होगी। यह वैगन त्वरित प्रतिक्रिया के तहत घटना स्थल पर पहुंचेगे और युद्ध गति से हालात को कंट्रोल करेंगे।
देश भर में सभी जोन को मानसून से पहले आपात...
more... स्थिति से निपटने के लिए तैयारी पूरी करने और रिपोर्ट भेजने का निर्देश मिला था। जबकि मुख्यालय की ओर से सभी मंडलों को इसके लिए पत्र जारी हुआ है। पिछले साल ग्वालियर-चंबल संभाग में बाढ़ आई थी, जिससे ग्वालियर शिवपुरी ट्रैक बंद हो गया था। ट्रेन फंस गई थी और ट्रेन में यात्रियों को मदद पहुंचाने में समय लग गया था। उत्तर मध्य रेलवे ( एनसीआर) क्षेत्र में झांसी से आगरा तक ऐसे ही 137 स्पेशल वैगन तैनात होंगे। झांसी मंडल में सर्वाधिक 71, प्रयागराज मंडल में 53 व आगरा में 13 वैगनों की तैनाती होगी।
यहां होंगे वैगन
झांसी मंडल में खजुराहाे, झांसी, दतिया, कबराई स्टेशन पर 51 ओपन और 20 कवर वैगन होंगे। आगरा मंडल में मथुरा, मोहारी जंक्शन पर 10 ओवर व तीन कवर वैगन मौजूद रहेंगे।
खराब खाने के खिलाफ फिर चलेगा अभियान
रेलवे ट्रेनों में खराब खाने के खिलाफ विशेष अभियान चलाएगा। इसके तहत लंबी दूरी की ट्रेनों में अभियान चलेगा। ताकि यात्रियों को अच्छा खाना मिल सके। शुक्रवार से यह यह अभियान चलेगा। इसके तहत रेलवे के अधिकारी ट्रेनों के स्लीपर कोच में सफर करेंगे और खाने की गुणवत्ता की जांच करेंगे। खाने की गुणवत्ता खराब मिलने पर ऑन द स्पॉट जुर्माना लगाया जाएगा। यह फाइन 1000 से 20 हजार तक लगेगा। वेंडर और कांट्रेक्टर पर यह फाइन लगाया जाएगा।