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Bhor Ghat section - ये ना ही है जन्नत, ना ही इधर है कोई पर्वत, यह जगह है हर एक Railfan का जो सबकी पूरी करे मन्नत - Sahil Khandare

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Blog Entry# 1378949
Posted: Feb 25 2015 (03:28)

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General Travel
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Feb 25 2015 (03:28)   ETW/Etawah Junction (5 PFs)
 
Ram Kumar Singh~
Ram Kumar Singh~   99 blog posts
Entry# 1378949            Tags  
Wed, 25 Feb 2015 01:17 AM (IST)
इटावा, जागरण संवाददाता : एक दशक पूर्व वर्ष 2004 में तत्कालीन राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम ने इटावा से मैनपुरी रेल परियोजना का शिलान्यास किया था। इस मौके पर तत्कालीन रेल मंत्री नीतीश कुमार ने जोरदारी से कहा था कि राष्ट्रपति द्वारा शुरू की गई परियोजना आगामी तीन-चार साल में पूर्ण हो जाएगी। परंतु धरातल पर ऐसा हुआ नहीं, एक दशक बीतने के बाद निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। इसके अलावा अन्य सभी कार्य धीमी गति से किए जा रहे हैं। इससे सपा प्रमुख मुलायम ¨सह यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल इटावा-मैनपुरी रेल परियोजना अभी अधर में ही लटकी हुई है।
इटावा
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से मैनपुरी के मध्य करीब 60 किमी की दूरी में आवागमन करने के लिए सिर्फ निजी बसों का सहारा लेना पड़ता था। निजी बसें सवारियां भरपूर होने पर ही चला करती थी, इससे यह दूरी करीब तीन-चार घंटे में तय होती थी। सपा प्रमुख मुलायम ¨सह यादव जब 1989 में पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने तो इस मार्ग पर इटावा से दिल्ली के मध्य रोडवेज बस सेवा में खासी बढ़ोत्तरी की गई, तब यह दूरी रोडवेज से बस में महज डेढ़-दो घंटे में पूरी होने लगी। सपा प्रमुख जब देश के रक्षा मंत्री बने तो उन्होंने इटावा से मैनपुरी के मध्य रेल सेवा शुरू कराने का सपना संजोया लेकिन सरकार अपदस्थ होने से परियोजना हवा में रह गई। देश में राजग सरकार के दौरान फरवरी 2004 में सैफई में आयोजित कार्यक्रम में तत्कालीन राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम ने इस परियोजना का शुभारंभ करने की घोषणा की। उस समय सर्वे कार्य शीघ्रता से पूरा किया गया। इससे वैदपुरा, सैफई, करहल होकर मैनपुरी तक करीब 55 किमी की दूरी के इस रेलवे ट्रैक का निर्माण कार्य शुरू हो गया। राजग सरकार के जाने के बाद निर्माण कार्य की गति धीमी हो गई जो अभी तक बरकरार है।
फोरलेन हाईवे बना अवरोधक
शहर किनारे फोरलेन हाईवे इस रेल सेवा के निर्माण कार्य में अवरोधक बन गया था। इससे दो-तीन साल पूर्व तक मामला लटका रहा। बीते चार माह से नेशनल हाइवे अथारिटी ने पुल का निर्माण कार्य शुरू कराया, जिसे पूरा होने में वक्त लगेगा। फोरलेन के बजाए सिक्सलेन मार्ग का निर्माण होने से पुल निर्माण की गति धीमी है।
स्टेशन पर निर्माण शुरू नहीं
इटावा स्टेशन पर वर्तमान में सात ट्रैक हैं। इनमें पांच ट्रैकों पर ट्रेनें दौड़ रही है। छटवां ट्रैक ¨भड तथा आगरा बाह रेल सेवा के प्रयोग में आएगी, जबकि मैनपुरी रेल परियोजना का अभी ट्रैक और प्लेटफार्म नहीं है और इसका निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ। लाइन पार क्षेत्र की जनता अर्से से प्लेटफार्म छह और सात के साथ प्रतीक्ष्रालय और बु¨कग ¨वडों की मांग रही है। इसके अलावा इटावा-¨बदकी रोड रेल सेवा का सर्वे कार्य जारी है। निकट भविष्य में स्टेशन का विस्तार होना आवश्यक है, अन्यथा सारी योजनाएं अधर में ही लटकी रहेगी।
एक साल और इंतजार
मैनपुरी रेल सेवा का निर्माण कार्य करीब एक साल में पूर्ण हो जायेगा। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ने पुल का निर्माण शीघ्र पूर्ण कराने का आश्वासन दिया है। इस सेवा का करीब 80 फीसदी निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, शेष 20 फीसदी को तेजी से पूर्ण कराया जा रहा है।
-नवीन बाबू, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी उत्तर मध्य रेलवे।

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