सीकर-दिल्ली के बीच ट्रेन की संभावना बढ़ी :-
भास्कर संवाददाता | झुंझुनूं
सीकर-दिल्ली के बीच जल्द ही प्रतिदिन ट्रेन चलाई जा सकती है। रेलवे इसकी कवायद में जुटा है और टाइमिंग तय किया जा रहा है। लोगों की बढ़ती मांग को देखते हुए रेलवे ने सीकर- दिल्ली के बीच रोजाना ट्रेन चलाने की मंशा बनाई है। ऐसी संभावना बताई जा रही है कि सीकर से रात नौ या 10 बजे दिल्ली के लिए ट्रेन चलाई जाए ताकि सीकर एवं झुंझुनूं जिले के यात्रियों को ट्रेन का फायदा मिल सकें।
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more... तक सीकर- सराय रोहिल्ला दिल्ली तक ट्रेन सप्ताह में दो दिन बुधवार शुक्रवार को ही चल रही है। यह ट्रेन सराय रोहिल्ला से सुबह चलकर दोपहर एक बजे सीकर पहुंच रही है। दोपहर में दो बजे सीकर से रवाना होकर रात सवा नौ बजे सराय रोहिल्ला पहुंच रही है। इसी तरह रेवाड़ी-सीकर के बीच भी दिन में महज एक ट्रेन है। रेवाड़ी से रात सवा ग्यारह बजे चलकर एक ट्रेन सुबह 3.10 बजे झुंझुनूं पहुंच रही है। यह ट्रेन जिले के लोगों के लिए कोई उपयोगी नहीं है। इस कारण यह खाली चल रही है। इसी तरह दिनभर रेवाड़ी सीकर के बीच ट्रेन नहीं है। रेवाड़ी से ट्रेन शाम पांच बजे आती है। इस कारण लोगों को ब्रॉडगेज ट्रेन का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
सालभरसे उठ रही है समय बदलने की मांग : सीकर-लुहारू ब्रॉडगेज ट्रैक पर 1 सितंबर 2015 से ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ। यात्रियों की सुविधानुसार ट्रेनों का समय नहीं होने से लोग ट्रेनों का समय यात्री सुविधानुसार करने की मांग कर रहे हैं। लोग डीआरएम से लेकर रेलमंत्री तक को ज्ञापन भेज चुके हैं। ज्ञापन, धरना प्रदर्शन हो चुके हैं।
जनप्रतिनिधिभी कर चुके हैं बदलाव की मांग : सांसदसंतोष अहलावत पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन अयूब खान भी ट्रेनों का समय झुंझुनूं के लोगों की सुविधानुसार करने की मांग कर चुके हैं। झुंझुनूं सांसद अहलावत सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती ट्रेनों का समय शेखावाटी के लोगों की सुविधानुसार करने सीकर- दिल्ली के बीच रोजाना ट्रेन चलाने के लिए रेलमंत्री सुरेशप्रभु से मिल चुके हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन अयूब खान भी ट्रेनों का समय लोगों की सहूलियत के अनुसार करने के लिए डीआरएम से मिल चुके हैं।
सुबह के समय नहीं है रेवाड़ी -सीकर के बीच ट्रेन
ब्रॉडगेजसे पहले लुहारू-सीकर रूट पर काफी ट्रेनों का संचालन होता था। दिन में छह ट्रेन 12 चक्कर लगाती थी। यानी हर दो घंटे बाद सीकर-लुहारू के बीच यात्रियों को ट्रेन सुविधा मिलती थी। ब्रॉडगेज शुरू होने पर महज दो ट्रेन चलती हैं। इसमें भी इनका समय सही नहीं है। सुबह के समय सीकर जाने के लिए कोई ट्रेन नहीं है। रात तीन बजे सीकर जाने वाली ट्रेन के बाद दिन में शाम सवा पांच बजे तक कोई ट्रेन नहीं है। इस कारण सुबह के समय यात्रियों को मजबूरन बसों में सफर करना पड़ रहा है।