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Blog Entry# 5480929
Posted: Sep 19 2022 (14:35)
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किस्मत का खुलना इसे कहते हैं।
फरिहा रेलवे स्टेशन : जो कभी एकदम वीराना हुआ करता था, बस शाहगंज सवारी गाड़ी के समय जरा यात्रियों का आना जाना होता था। मऊ से शाहगंज खंड के दोहरीकरण के अंतर्गत जब आजमगढ़ रेलवे स्टेशन मालगाड़ी रैक प्लेटफार्म को कहीं और हस्तांतरित करने की बात उठी, पूर्वोत्तर रेलवे ने इसे चुना और अब यहां का विकास देख दूसरे स्टेशनों को ईर्ष्या होना पक्का है
फरिहा रेलवे स्टेशन : जो कभी एकदम वीराना हुआ करता था, बस शाहगंज सवारी गाड़ी के समय जरा यात्रियों का आना जाना होता था। मऊ से शाहगंज खंड के दोहरीकरण के अंतर्गत जब आजमगढ़ रेलवे स्टेशन मालगाड़ी रैक प्लेटफार्म को कहीं और हस्तांतरित करने की बात उठी, पूर्वोत्तर रेलवे ने इसे चुना और अब यहां का विकास देख दूसरे स्टेशनों को ईर्ष्या होना पक्का है