दिन महीने साल गुजरते जायेगें बस उम्मीदों को जिन्दा बनाये रखे रेलवे आपके सब्र का इन्तहान ले रहा है वेसेभी नेता सफर से ज्यादा अपनी मांगे मनवाने के लिए रेलों को रोकने व मुसाफिरो को परेशान करने में ज्यादा दिलचस्पी रखते है तो इस क्षेत्र के नेता क्यो इस सुविधा से बंचित रहे