रतलाम। दिल्ली-कोटा-रतलाम-बड़ोदरा-मुंबई के रेलवे ट्रैक पर परीक्षण के बाद अब स्पेन की हाईस्पीड ट्रैल्गो ट्रेन अपने वतन की वापसी करेगी। ट्रेन का इस रेलवे सेक्शन पर 130 से लेकर 180 किमी प्रतिघंटे की स्पीड से परीक्षण किया गया। ट्रेन ने देश के अलग-अलग हिस्सों में तीन माह तक स्पीड परीक्षण किया व लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र रही। हांलाकि रतलाम मंडल को छोड़कर और कही इस ट्रेन के परीक्षण में तकनीकी बाधा नहीं आई।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि अब बरेली में इस ट्रेन के पुर्जे अलग किए जाएंगे। यहां से इनको ट्रक में भरकर मुंबई बंदरगाह पहुंचाया जाएगा। इस माह के अंतिम सप्ताह में इनको स्पेन भेज दिया जाएगा। बरेली में इज्जत नगर रेलवे कारखाना है। यहां इनको अब इस...
more... ट्रेन के पुर्जे अलग किए जा रहे है।
कई तरह के रहे अनुभव
टैल्गो ट्रेन की देश में प्रभारी एलीना ने रेलवे बोर्ड व मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों से बात की है। बोर्ड के अनुसार ट्रैल्गो परीक्षण के दौरान कई प्रकार के अनुभव मिले। अब मंत्रालय स्पेन की इस कंपनी को भारत के ट्रैक के अनुसार अधिक डिब्बों वाली ट्रेन के निर्माण का प्रस्ताव देने पर विचार कर रहा है। आरडीएसओ ने अब तक तीन माह में हुए परीक्षण की रिपोर्ट मंत्रालय को नहीं भेजी है।
यहां हुआ था परीक्षण
टैल्गो का दिल्ली-रतलाम-मुंबई, मथूरा-पलवल, बरेली-मुरादाबाद ट्रैक पर परीक्षण हुआ है। इस दौरान ट्रेन को 130 से लेकर 180 की स्पीड तक चलाया गया। दिल्ली-मुंबई ट्रैक के मथूरा-पलवल ट्रैक पर 180 व कोटा-रतलाम-मुंबई ट्रैक पर 150 की स्पीड से पहली बार कोई ट्रेन चली।
हम सभी रिपोर्ट का परीक्षण करेंगे
सभी परीक्षण सफल रहे। अब विभिन्न स्तर की रिपोर्ट का अध्ययन किया जाएगा। इसके बाद मंत्रालय निर्णय करेगा।
-हेमंत कुमार, सदस्य, रेलवे बोर्ड