लवे क्रॉसिंग लोगों के लिए साबित हो रही काल,
रेल बजट से लोगों को काफी आशाएं
अमर उजाला ब्यूरो
गोंडा। पांच साल पहले मिले आदर्श श्रेणी के दर्जे के बावजूद गोंडा रेलवे स्टेशन को आदर्श बनाए जाने के लिए आज तक कुछ भी नहीं हुआ। इलेक्ट्रिफिकेशन हो जाने के बावजूद दो वर्षों से लोग इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने का इंतजार कर रहे हैं। गोंडा से...
more... बढ़नी के बीच बड़ी लाइन में अमान परिवर्तन का जो काम बीते वर्ष सितंबर में खत्म हो जाना चाहिए था, वह अब तक अधूरा है। वहीं, जिले में तमाम जगहों पर मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग लोगों के लिए काल साबित हो रही है। गोंडा से रनथ्रू गुजरने वाली चार ट्रेनों का ठहराव भी आज तक नहीं हो पाया है, जबकि ट्रेनों की बोगियों की मरम्मत के लिए गोंडा में 35 करोड़ रुपये की लागत से होने वाला आरओएच डिपो (रूटीन रोलिंग ओवरहालिंग) निर्माण का काम भी दो वर्षों से अधूरा पड़ा है। यही वजह है कि रेल यात्रियों की दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रहीं। अब लोगों ने एक बार फिर रेल बजट से आशाएं लगा रखीं हैं। पेश है एक रिपोर्ट-
रेल बजट
से आस
काम जो अब तक नहीं हुए पूरे
35 करोड़ रुपये की लागत से नहीं पूरा हुआ आरओएच डिपो का काम
गोंडा-बढ़नी के बीच बड़ी लाइन अमान परिवर्तन का काम
इलेक्ट्रिफिकेशन के बाद भी गोंडा-लखनऊ के बीच नहीं चली मेमू
प्लेटफॉर्म नंबर तीन से नहीं शुरू हो सका ट्रेनों का संचालन
गोंडा के लोगों को उम्मीदें
इलाहाबाद के लिए मनकापुर से चलाई गई ट्रेन को बढ़ाकर गोंडा से किया जाए
गोंडा-बहराइच छोटी लाइन को बड़ी लाइन में परिवर्तित किया जाए
बिहार संपर्क क्रांति, संपर्क क्रांति, गरीब रथ को मिले गोंडा में ठहराव की अनुमति
गोंडा से लखनऊ के बीच शुरू हो मेमू
गोंडा से कानपुर के लिए चलाई जाए इंटरसिटी
गोंडा रेलवे का विकास और सौंदर्यीकरण किया जाए
रेलवे स्टेशन की व्यवस्थाओं में सुधार के लिए मिले विशेष पैकेज
यात्रियों की सहूलियत के लिए छोटी लाइन के प्लेटफॉर्म पर खोला जाए रेलवे बुकिंग दफ्तर
बने अलग काउंटर
गोंडा में आज भी आरक्षित टिकट लेने में लोगों के पसीने छूट जाते हैं। आरक्षण दफ्तर में महिलाओं के लिए अलग से काउंटर नहीं है। इससे काफी दिक्कतें होती हैं।
बंद हो अवैध वेंडरिंग
गोंडा रेलवे स्टेशन पर आने-जाने वाली ट्रेनों में महिलाओं को चढ़ने व उतरने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है, क्योंकि जब तक महिलाएं ट्रेन से उतरती हैं, उससे पहले ही अवैध वेंडर घेर लेते हैं। अवैध वेंडरिंग बंद हो।
इलाहाबाद के लिए मिले ट्रेन
गोंडा रेलवे स्टेशन से इलाहाबाद की ट्रेेनें न चलने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे कुंभ व अन्य स्थान पर जाने के लिए दिक्कतें उठानी पड़ती हैं।
वृद्धजनों को होती दिक्कत
रेलवे स्टेशन पर वृद्ध जनों के बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है जिससे लोगों को खडे़ रहकर ट्रेनों का इंतजार करना पड़ता है।
रेलवे बोर्ड करता संचालन
पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ डिवीजन के जनसंपर्क अधिकारी आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि रेलवे बोर्ड से जैसे-जैसे बजट मिलता है, उसी तरह से कार्य कराया जा रहा है। ट्रेनों का संचालन रेलवे बोर्ड से किया जाता है। यात्रियों की सुविधा का ख्याल रखा जाता है।