बनारस के आसपास के टूरिज्म डेस्टिनेशन को जोड़ेगी झरोखा एक्सप्रेस !
जीएम ने कहा कैंट स्टेशन का अब खास तरीके से डेवलपमेंट .
वह दिन दूर नहीं जब बनारस आने वाले टूरिस्ट भी प्रकृति का नजारा ले सकेंगे. हिल्स स्टेशन पर टूरिज्म को प्रमोट करने वाली झरोखा एक्सप्रेस यहां से भी संचालित होगी. नार्दन रेलवे के कालका-शिमला सहित अन्य हिल्स स्टेशन पर संचालित होने वाली ट्रेन को काशी क्षेत्र यानी बनारस, सोनभद्र, मीरजापुर, जौनपुर आदि के टूरिज्म प्लेसेज के रूट पर चलाया जाएगा. यह कहना है नार्दन रेलवे के जीएम एके पुथिया का....
more... कालका-शिमला के बीच चलने वाली झरोखा एक्सप्रेस की तर्ज पर बनारस के लिए विशेष टूरिस्ट ट्रेन ऑपरेट करने के बाबत एक प्रपोजल रेलवे बोर्ड भेजा जाएगा. साथ ही यह भी बताया कि बनारस के कैंट स्टेशन का डेवलपमेंट पर्यटन की दृष्टि से किया जाएगा. इसके लिए प्रोजेक्ट बनाए जा रहे हैं.
खास तरह का होगा कोच
जीएम ने बताया कि टूरिज्म के डेस्टिनेशन में बनारस टॉप पर है. ऐसे में पर्यटन की दृष्टि से अब यहां रेल सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी. इसके तहत बनारस से टूरिस्ट के लिए आसपास के डेस्टिनेशन तक पहुंचने के लिए खास तरह की ट्रेन का संचालन किया जाएगा. इस ट्रेन के एसी कोचेज में न केवल सीट की संख्या सीमित होगी बल्कि पैसेंजर्स के बैठने के लिए सोफा की व्यवस्था की जाएगी. इसमें खास तरह का विंडो भी लगाया जाएगा. जिससे टूरिस्ट आसानी से प्रकृति को निहार सकेंगे. इसके साथ ही बीच के स्टेशन पर संबंधित डेस्टिनेशन के फूड को भी परोसने की व्यवस्था करने पर गंभीरता से विचार चल रहा है.
ऑनलाइन होगी बुकिंग
विभिन्न हिल स्टेशन पर चलने वानी ट्रेन की तरह बनारस से संचालित होने वाली झरोखा एक्सप्रेस की बुकिंग ऑनलाइन करने पर मंथन हो रहा है. ताकि बिना स्टेशन आए ही पैसेंजर्स व टूरिस्ट इस ट्रेन में ऑनलाइन सीट बुक करा सकें. वहीं कालका-शिमला रूट पर चलने वाली ट्रेन की तरह पूरे कोच की भी बुकिंग कराया जा सकेगा. जीएम एके पुठिया ने बताया कि बनारस में डोमेस्टिक के साथ ही दुनिया भर से आने वाले टूरिस्ट की संख्या बहुत अधिक है. इनका पूरे साल आना जाना रहता है. ऐसे में ऑनलाइन सिस्टम मुफीद रहेगा.
बढ़ेगी वाश्िाग लाइन
कैंट स्टेशन पर ट्रेंस का आपरेशन और बेहतर करने के लिए यार्ड में एक और लोहता साइड में तीन नई वॉशिंग लाइन बनाई जाएगी. कैंट पर बनने वाली वॉशिंग लाइन का वर्क जल्द स्टार्ट होगा. इसे जल्द से जल्द पूरा करने का टारगेट रखा गया है. बताया कि यार्ड की री मॉडलिंग का वर्क स्टार्ट होने से पहले मंडुआडीह व सिटी स्टेशन का डेवलपमेंट किया जाएगा. इन दोनों स्टेशन का डेवलपमेंट स्टार्ट भी हो गया है. साथ ही यहां ट्रेंस को शिफ्ट भी किया जा रहा है.
बन रही आरआरआई बिल्डिंग
यार्ड री-मॉडलिंग के तहत आरआरआई(रूट रिले इंस्टूमेंट) बिल्डिंग, आईटीबी के आरएमएस में शिफ्ट करने व एसी वेटिंग हॉल के चल रहे वर्क की भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कैंट स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया का भी खास तरीके से डेवलपमेंट किया जा रहा है. यहां एक म्यूजियम बनाने पर भी विचार चल रहा है. ताकि दुनिया भर से बनारस पहुंचने वाले पैसेंजर्स व टूरिस्ट रेलवे के इतिहास से रूबरू हो सकें.
बनारस में डेवलपमेंट वर्क स्टार्ट
चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर नीरज शर्मा ने बताया कि वाराणसी स्टेशन के डेवलपमेंट के लिए कई योजनाएं स्वीकृत हैं. सभी नौ प्लेटफार्म का पुर्ननिर्माण, उन पर आधुनिक पैसेंजर्स अमेनटीज के अलावा स्टेशन पर छह एस्केलेटर, लंबा चौड़ा एसी वेटिंग हॉल, सर्कुलेटिंग एरिया में देश-विदेश से आने वाले टूरिस्ट के लिए विशाल रिटायरिंग हॉल बनाने का काम जल्द स्टार्ट होने वाला है. वर्क टेंडर प्रॉसेस पूरा होते ही स्टार्ट हो जाएगा.