--दस हजार करोड़ रुपये से होंगे ढेरों कार्य--
एनसीआर में होने वाले विभिन्न कार्यों के लिए रेलमंत्री ने पास किया बजट
बनेंने 125 आरयूबी, नौ रेल फ्लाईओवर, नई रेल लाइन का भी होगा सर्वे
अमर उजाला ब्यूरो
इलाहाबाद।...
more... रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने इस बार रेल बजट में उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) जोन की झोली भर दी है। एनसीआर जोन में होने वाले विभिन्न कार्यों के लिए रेलमंत्री ने दस हजार करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। इस राशि से एनसीआर प्रशासन जोन में नौ रेल फ्लाई ओवर, सौ से ज्यादा रेल ओवर ब्रिज/रेल अंडर ब्रिज, कई नई लाइन का सर्वे, रेलवे लाइन का दोहरीकरण आदि कार्य होंगे। एनसीआर प्रशासन को भी इस बात की उम्मीद नहीं थी कि रेल मंत्रालय इतनी बड़ी संख्या में तमाम विकास कार्यों के लिए रकम जारी करेगा।
रेलवे की ओर से दस हजार करोड़ की रकम से इलाहाबाद से फाफामऊ के बीच डबल लाइन, राबर्टसगंज-मुगलसराय, इटावा-भोगनीपुर वाया औरैया, अलीगढ़-कासगंज, एटा-कासगंज, राजा का तालाब-चुनार, मिर्जापुर-रीवां के बीच न्यू लाइन सर्वे के काम होंगे। इसके अलावा कानपुर-ऊंचाहार वाया उन्नाव के बीच डबल लाइन का सर्वे भी शामिल है। जो नए कार्य एनसीआर के लिए स्वीकृत किए गए हैं, उसमें नौ रेल फ्लाईओवर, उरई-महोबा और भिंड-लाहर-कोंच के बीच नई लाइन स्वीकृत की गई है। उरई-महोबा के बीच नई रेल लाइन के लिए 1800 करोड़ और भिंड-लाहर-काेंच के बीच रेल लाइन निर्माण में 1600 करोड़ रुपये का बजट प्रभु ने एनसीआर को दिया है। इस बार के रेल बजट में पिछले कुछ वर्ष के मुकाबले सर्वाधिक रेल अंडर ब्रिज (आरयूबी) और रेल ओवर ब्रिज (आरयूबी) स्वीकृत किए गए हैं। वर्ष 2016-17 में एनसीआर जोन के इलाहाबाद, आगरा एवं झांसी मंडल के लिए कुल 125 आरयूबी/ सब-वे और 57 आरओबी स्वीकृत किए गए हैं। इसके पूर्व वर्ष 2015-16 में प्रभु ने कुल 99 आरयूबी और 24 आरओबी स्वीकृत किए गए थे। इसके अलावा एनसीआर जोन में रेलवे ने चुनार-चोपन के बीच रेल विद्युतीकरण किए जाने का काम भी स्वीकृत किया है। इस रेलखंड की लंबाई 100 किलोमीटर है। इसमें कुल खर्चा 129.66 करोड़ रुपये के आसपास आएगा। शिकोहाबाद-फर्रुखाबाद के बीच भी रेल विद्युतीकरण के लिए 89.22 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इसके अलावा 151.4 करोड़ रुपये की लागत से ग्वालियर-गुना के बीच भी रेल विद्युतीकरण का काम होगा। इस रेलखंड की लंबाई 227 किलोमीटर है।
--इलाहाबाद में बनेंगे तीन रेल फ्लाईओवर------
एनसीआर जोन में कुल नौ रेल फ्लाईओवर हुए स्वीकृत
इलाहाबाद (ब्यूरो)। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने इस बार इलाहाबाद पर अपनी नजरें इनायत की है। प्रभु ने इलाहाबाद को एक नहीं बल्कि तीन रेल फ्लाईओवर का तोहफा दिया है। तीनों फ्लाईओवर यमुनापार में बनेंगे। इसके निर्माण के बाद मुंबई, दक्षिण भारत एवं हावड़ा की ओर से आने वाली ट्रेनों की लेटलतीफी पर काफी हद तक अंकुश लगेगा।
दरअसल छिवकी और इलाहाबाद आने वाली बहुत सी ट्रेनें ऐसी हैं जो मुंबई रूट से आती है। इनमें से ज्यादातर ट्रेनें हावड़ा की ओर जाती है, लेकिन मुगलसराय-इलाहाबाद रेलखंड पर ट्रेनों की अधिकता की वजह से ये ट्रेनें रोक ली जाती हैं। ट्रैक खाली होने के बाद ही इन ट्रेनों का चलाया जाता है। इससे इन ट्रेनों की लेटलतीफी बढ़ जाती है। ट्रेनों की लेटलतीफी का देखते हुए इस बार रेल बजट के पूर्व उत्तर मध्य रेलवे ने इलाहाबाद में तीन रेल फ्लाईओवर बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा था। रेलवे के इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। इलाहाबाद में इरादतगंज-कुंवाडीह में 20 किलोमीटर, नैनी-इरादतगंज के बीच 12 किलोमीटर लंबा रेल फ्लाईओवर बनेगा। इसके अलावा करछना से इरादतगंज के बीच भी रेल फ्लाईओवर निर्माण की मंजूरी रेल मंत्रालय ने दी है। एनसीआर जोन की बात करें तो यहां झांसी मंडल के ललितपुर-बिरारी, आगरा मंडल में मथुरा-मुरैशी रामपुर, इलाहाबाद मंडल में जीवनाथपुर, अलीगढ़ आदि स्थानों पर रेल फ्लाईओवर निर्माण के लिए बजट स्वीकृत किया गया है। इरादतगंज-कुंवाडीह रेल फ्लाईओवर की लागत 1838.95 करोड़, इरादतगंज-करछना की 563.11 करोड़, इरादतगंज-नैनी फ्लाईओवर की लागत 675.95 करोड़ रुपये अनुमानित है।
--इलाहाबाद से कानपुर के बीच ईएमयू का रास्ता साफ-----
कानपुर में मेमू शेड बनाने की रेल मंत्रालय ने दी मंजूरी
मुगलसराय, लखनऊ, मानिकपुर के लिए भी चलाई जाएगी ईएमयू
अमर उजाला ब्यूरो
इलाहाबाद। इलाहाबाद से कानपुर के बीच ईएमयू ट्रेन चलाने का रास्ता रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने साफ कर दिया है। दैनिक यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर रेल प्रशासन ने कानपुर में मेमो शेड बनाने का ऐलान किया है। मेमो शेड के निर्माण के बाद रेलवे कानपुर से इलाहाबाद, लखनऊ, झांसी, मानिकपुर, मुगलसराय आदि स्थानों के लिए ईएमयू ट्रेन की शुरूआत कर देगा। बृहस्पतिवार को उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अरुण सक्सेना ने कानपुर में मेमो शेड बनाए जाने की पुष्टि की है।
महाप्रबंधक ने बताया कि मेमो शेड के लिए 49 करोड़ रुपये रेल मंत्रालय ने स्वीकृत किए हैं। बता दें कि अभी यूपी में सहारनपुर में ही मेमो शेड है। इस वजह से ईएमयू और डीएमयू में कोई खराबी आती है तो उसे सहारनपुर या दिल्ली भेजा जाता है। इस वजह से कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, लखनऊ आदि शहरों में ईएमयू और डीएमयू ट्रेनें कम संख्या में चलती हैं। यात्री पिछले काफी समय से मांग कर रहे थे कि कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, लखनऊ आदि शहरों में दैनिक यात्रियों की सहूलियत के लिए ईएमयू (इलेक्ट्रिक मल्टीपिल यूनिट) ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाए। इस बार प्रभु ने यात्रियों की यह पुकार सुन ली है।
उन्होंने कानपुर में मेमो शेड बनाने की मंजूरी दी है। यहां मेमो शेड बनने के बाद इलाहाबाद, मुगलसराय, लखनऊ, वाराणसी आदि शहरों के बीच ज्यादा से ज्यादा ईएमयू ट्रेन दैनिक यात्रियों के लिए शुरू कर दी जाएगी।
--पानी की टंकी ओवर ब्रिज के लिए हरी झंडी----
इलाहाबाद (ब्यूरो)। हाईकोर्ट पानी की टंकी ओवर ब्रिज पर लगने वाले जाम की समस्या पर रेलवे ने गंभीरता दिखाई है। इलाहाबाद के लोगों की सहूलियत के लिए यहां रेल ओवरब्रिज के समानांतर रेलवे ने एक और ब्रिज बनाने की मंजूरी दे दी है। इसके लिए रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने इस बार के रेल बजट में धनराशि देने की घोषणा कर दी है।
बता दें कि हाईकोर्ट पानी की टंकी ओवर ब्रिज के समानांतर एक और ब्रिज बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है। ताकि यहां आये दिन लगने वाले जाम की समस्या से लोगों को छुटकारा मिल सके। इस बार रेलमंत्री ने यहां के लोगों की पुकार सुन ली है। उन्होंने इस ओवर ब्रिज के लिए 19.8 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। रेलवे द्वारा इस पुल की स्वीकृति के बाद अब राज्य सरकार को ब्रिज की कनेक्टिविटी देनी है। वहीं दूसरी ओर इलाहाबाद जंक्शन पर भी नए फुट ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए भी रेलवे ने 11 करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए हैं। इस एफओबी की खास बात यह होगी कि इससे सभी प्लेटफार्म की कनेक्टिविटी रहेगी। उधर रेलवे ने इलाहाबाद-मुगलसराय के बीच थर्ड लाइन 2370 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। झांसी-बीना के बीच भी थर्ड लाइन के लिए 1112 करोड़ रुपये और मथुरा-पलवल के बीच चौथी लाइन के लिए 2280 करोड़ रुपये की धनराशि दिये जाने की मंजूरी रेल बजट में दी गई है।