गोण्डा। गोरखपुर से लखनऊ के लिए इंटरसिटी ट्रेन का संचालन क्या शुरू हुआ की उसे अलग अलग स्टेशनों पर रोकने के लिए धरना प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया। पिछले हफ्ते पचपेड़वा रेलवे स्टेशन पर धरना प्रदर्शन इंटर सिटी के ठहराव के लिए शुरू किया गया जिसमें काफी बवाला हुआ और रेलवे को प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करना पड़ा। इसके बाद बलरामपुर में ट्रेन के रुकने के बाद बमुश्किल 5-6 किमी पहले इंटरसिटी ठहराव की मांग को लेकर झारखंडी स्टेशन पर ठहराव के लिए धरना प्रदर्शन किया गया। इसके बाद बलरामपुर और गोंडा के बीच बलरामपुर से 20 किमी दूर इटियाथोक में इंटरसिटी को रोकने के लिए 25 नवंबर से रेलवे प्रांगड़ में स्टेशन के बाहर सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश शुकला अपने समर्थकों के साथ 28 नवंबर तक ट्रेन न रोके जाने पर 29 नवंबर को इंटरसिटी का चक्का जाम करने की नोटिस देकर भूख हड़ताल पर बैठ गए।
लेकिन...
more... ट्रेन के न रुकने पर जब 29 को प्रातः ट्रेन रोकने की तैयारी आंदोलनकारी करने वाले थे की इसके पूर्व पूरा स्टेशन क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। इससे आंदोलनकारियों के हाथ पांव फूल गए, लेकिन हिम्मत कम नहीं की। आंदोलनकारी कुछ कर पाते इससे पूर्व पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर भरत लाल यादव सिविल पुलिस की तरफ से कमान संभालते हुए आंदोलनकारी दिनेश शुक्ला को धरना स्थल से थाने ले आये। ये बात आग की तरह फ़ैल गयी। फिर क्या था हजारों की संख्या में लोग अपने प्रतिष्ठान बंद कर थाने पहुंच गये, जहां पुलिस अपने को घिरा समझ कर भीड़ को तीतर बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा दिया। इससे गुस्साये लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर कुछ चार पहिया वाहनों को निशाना बनाया। इससे पुलिस ने पुनः लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज में दर्जनों घायल हो गए और भगदड़ मच गया। इसी बीच पुलिस ने पकड़ धकड़ शुरू कर दी। पुलिस 150 अज्ञातों सहित 3 को नामजद करते हुए 3 नामजदों और अन्य 48 को गिरफ्तार कर दिनेश शुक्ला सहित 51 लोगों को जेल भेज दिया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सार्वजनिक स्थान पर क्षति पहुंचाने के आरोप में थाना इटियाथोक पुलिस द्वारा मोसिन अंसारी पुत्र निजाम अंसारी, शिवम शुक्ला पुत्र रामचन्द्र शुक्ला, अन्शुल तिवारी पुत्र प्रतापनरायन तिवारी निवासीगण इटियाथोक को सार्वजनिक स्थान पर उपद्रव करने के आरोप मे गिरफ्तार कर लिया गया है। उक्त व अन्य लोगों द्वारा इंटरसिटि ट्रेन के ठहराव के मांग को लेकर इटियाथोक रेलवे स्टेशन पर धरना देने के दौरान उग्र हो जाना तथा मौके पर लगे सुरक्षा बलों पर पथराव करना, अपशब्द कहना तथा तोड़ फोड़ कर हमलावर हो जाने का आरोप है जिसके सम्बन्ध में थाना इटियाथोक पर मुअसं 298/16 धारा 147.341.336.307.504.506. भादवि व 7 सीएलए एक्ट व 3/4 लोसक्षनि अधि का अभियोग पंजीकृत उक्त अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। रेलवे मेंं कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। रेल सुरक्षा बल के निरीक्षक एमए खान ने बताया कि रेल में सब शांतिपूर्ण रहा जबकि धरना रेल प्रांगण में था।
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Ridiculous act by citizens.