Spotting
 Timeline
 Travel Tip
 Trip
 Race
 Social
 Greeting
 Poll
 Img
 PNR
 Pic
 Blog
 News
 Conf TL
 RF Club
 Convention
 Monitor
 Topic
 #
 Rating
 Correct
 Wrong
 Stamp
 PNR Ref
 PNR Req
 Blank PNRs
 HJ
 Vote
 Pred
 @
 FM Alert
 FM Approval
 Pvt

Gour Express: আমের শহর মালদা থেকে রোজ যায় শিয়ালদা - Joydeep Roy

Search Forum
<<prev entry    next entry>>
Blog Entry# 2324493
Posted: Jun 18 2017 (02:15)

7 Responses
Last Response: Jun 19 2017 (15:03)
1 Followers
Travelogue
29503 views
34

★★★
Jun 18 2017 (02:15)   75204X/Raxaul - Muzaffarpur DEMU | RXL/Raxaul Junction (3 PFs)
TheDarkLord~
TheDarkLord~   10265 blog posts
Entry# 2324493            Tags  
2 compliments
Awesome 🤘✌ As usual stupendous
Part 1- /blog/post/2317929
Part 2 - Return Journey
-
“जल्दी चलिए, ट्रेन निकल जायेगी” ये मैंने उस रिक्शा वाले को कहा जिसके 3 पहिया मानव चालित रिक्शा पे सवार हुए हम स्टेशन की तरफ जा रहे थे| मेरी हरबराहट और बेचैनी का उसने बड़ा ही सहज और सरल जवाब दिया, ‘’ ये रिक्शा है मालिक, मोटर गाड़ी नहीं”....मै मन ही मन
...
more...
उसकी बातो तो सुन कर हंश पड़ा, ये रिक्शा ही तो है, छोटे शेहरो की पहचान है ये रिक्शा| सही तो कह रहा है वो, ये मोटर गाड़ी नहीं जिसमे तेल जलता हो, यहाँ इसे चलाने वाले का खून जलता है, इस चिलचिलाती धुप में जहाँ किसी को घर से बाहर निकले के नाम से ही पसीने छूट जाए उस गर्मी में ये अपने खून को जलाता है ताकि इसके घर का चूल्हा जल सके| मै ये सब सोच ही रहा था की उस मेहनतकस इन्सान ने मुझे बताते हुए कहा, “ आ गया स्टेशन”....ऐसा लगा जैसे किसी ने नींद से झग्झोर कर जगा दिया हो| मै उसके रिक्शा से अपना बोरिया बिस्तर समेटते हुए उतरा और अपनी जेब से पैसे निकाल कर उसे दे दिए| उसने उन पैसो को गिना फिर बिना कुछ बोले उसने उन पैसो को अपने बटुए में रख लिए| मैंने उसकी ओर देखा, उसके चेहरे पर एक असंतोष का भाव था, लग रहा था वो मन ही मन कह रहा हो, ”कुछ और मिल जाते तो और अच्छा होता”| मेरी दिल ने उसके दिल की आवाज को समझ लिया और मैंने उसे रोका और कुछ और पैसे उसे दे दिए, उसने कुछ नहीं कहा पर एक संतोष का भाव उसकी आँखों में साफ़ दिख रहा था| ये कोई एहसान नहीं था, ये मेरी क्रित्ग्नता थी उसके सेवा के प्रती वरना Service Tax तो हम निरर्थक ही चुकाते है| मै स्टेशन की तरफ बढ़ जाता हू...
-
-
टिकट खिड़की के बाहर लम्बी कतार लगी थी, डोलते हुए पंखे के निचे पसीने से तर-बतर हुए सभी अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे| “लाइन से आइये भैया” मेरे पीछे खड़े सजन्न ने एक दुसरे सजन्न से कहा जो बिना कतारबद्ध हुए टिकट खिड़की तक पहुचना चाह रहे थे, खैर मेरा नंबर भी आ ही गया और अपने पिछले अनुभव से सीख ले कर छुट्टे पैसे टिकट खिड़की पे बैठे बाबु की ओर बढ़ाये और अपना टिकट उनसे लिया...
मै प्लेटफार्म पे पंहुचा तो देखा की ररक्सौल-मुजफ्फरपुर पैसेंजर लगी हुई है पर उसके रवाना होने में अभी ४० मिनट बचे है, मैंने उस निरर्थक समय को सार्थक बनाने को सोचा और स्टेशन के बाहर अलगी छोटी मोटी दुकानों के अवलोकन को निकल पड़ा| ‘’ 20 रुपये प्लेट खाना” ये कहते हुए मेरी तरफ आशा भरी नजरो से स्टेशन के बाहर बने भोजनालय के सहायक ने देखा पर मैंने उससे नजरे फेर ली| घुमते टहलते मै चाय की दूकान तक पहुँच गया, जिसे मै नजरअंदाज ना कर सका...
-
-
ट्रेन के खुलने में अब २५ मिनट बचे थे तो मै ट्रेन की और चल पड़ा| छिट पूट लोग नजर आने लगे थे, तापमान के साथ ट्रेन में यात्रिओ की भीड़ भी बढ़ने लगी| मेरी सामने की सीट पर एक मोहतरमा अपने पति के साथ आ कर बैठ गई, देखते ही देखते ट्रेन के जाने का वक़्त हो गया और गाड़ी रेंगती हुई पल्त्फोर्म से बाहर निकलने लगी| झूसला देने वाली गर्मी के कारण रेलवे लाइन के आस पास लगे पेड़ पौधे भी जीवन रहित लग रहे थे| उनको देख कर लग रहा था की कितनी बेचनी से उन्हें बरखा का इन्तेजार हो, बारिश की एक एक बूँद उनके लिए संजीवनी बूटी साबित होगी| ट्रेन के अन्दर का तापमान भी हमारा हाल कुछ ऐसा ही बना रहा था| ट्रेन रफ़्तार पकडती है, गरम हवा के झोंके पसीने को उड़ा ले जाते है तो थोडा चैन मिलता है| धुप और छाओ की आंख मिचोली के बीच ट्रेन सगौली पहुचती है, स्टेशन पर कोलाहल मच जाता है, समोसे वाले, पानी वाले, नारियल वाले सभी आपने अपने साजो सामान के साथ आते और उन्हें यात्रिओ को बेचने का अथक प्रयास करते| दूकान उनके पास चल कर आ रहा है यह सोच कर यात्री भी खूब ठसक दिखाते, भारतीय रेल को एक अलग रूप देने का क्ष्रेय इनलोगों को भी जाता है, उन विक्रेताओ के लिए ट्रेन केवल यात्रा का नहीं बल्कि रोजगार का भी साधन है|
-
-
आखिर वही हुआ जिसका डर था, एक चचा सिर पर टोकरी लिए चिल्लाते पहुचते है, ‘’मूंग फली...मूंग फली”, मेरे सामने की सीट पर बैठी मोहतरमा के पति मूंग फली खरीदते है और उसे खाना सुरु करते है| चेहरे और वेश भूसा से पढ़े लिखे दिखने वाले लोगो की हरकत देख कर मै अचंभित रह गया, ट्रेन का डब्बा उनके लिए कुरेदान बन चूका था, मूगं फली के छिलके चारो और बिखरने लगे| मैंने उनेक पति को कहा की आप तो पढ़े लिखे लगते है फिर भी ऐसी हरकत क्यों कर रहे है, जिसका उन्होंने बड़ा ही बचकाना जवाब दिया, “भाई, ट्रेन तो गन्दा होगा ही, हम करे या कोई और”| मै उनके इस तर्क से अचंभित रह गया| मुझे लगा की ये लोग सीधे तरीके से मानने वालो में से नहीं, मैंने अपना मोबाइल निकला और उनसे कहा की अगर वो अभी भी ऐसा करना नहीं छोड़ेंगे तो मै उनकी इस हरकत का विडियो बना कर रेलवे की अधिकारिओ को भेज दूंगा और इसका जुरमाना 1000 रुपये है| पत्नी ने पति से कहा, “छोरो घर जा कर खा लेंगे, आज के ज़माने में इन भाईसाब को गाँधी बनना है”| उनके इस तंज से मुझे दुख नहीं, ख़ुशी इस बात की हुई की मेरी प्रयासों से मैं आज किसी को कुछ गलत करने रोक पाया| ट्रेन अपने गंतव्य की और पहुचने के लिए रफ़्तार पकडती है, इंद्र देव की कृपा से चिलचिलाती धुप सुहाने मौसम में बदल जाती है| फिर क्या था, मै उन पति-पत्नी को मेरी बुराई करने की खुली छूट दे कर दरवाजे के पास आ कर बैठ जाता हु| ट्रेन छोटे मोटे स्टेशनओ पे रुकते हुए मुजफ्फरपुर पहुँचती है, और इस यात्रा का अंत होता है...
-
**Travelogue mobile pe type kiya hai or mobile se Hindi likha utna hi asaan hai jitna Swatantantra Senani ka time se chalna so bhool-chhok maaf kerna or apna feedback jaroor dena.

Translate to English
Translate to Hindi

1 Public Posts - Sun Jun 18, 2017

1253 views
1

Jun 18 2017 (10:12)
SaurabhDubey^~
SaurabhDubey^~   30308 blog posts
Re# 2324493-3               Past Edits
Background scene description is very good. Also that human touch.
Translate to English
Translate to Hindi

3 Public Posts - Sun Jun 18, 2017

2 Public Posts - Mon Jun 19, 2017
Scroll to Top
Scroll to Bottom
Go to Desktop site
Important Note: This website NEVER solicits for Money or Donations. Please beware of anyone requesting/demanding money on behalf of IRI. Thanks.
Disclaimer: This website has NO affiliation with the Government-run site of Indian Railways. This site does NOT claim 100% accuracy of fast-changing Rail Information. YOU are responsible for independently confirming the validity of information through other sources.
India Rail Info Privacy Policy