Search Forum
Blog Entry# 2939538
Posted: Dec 26 2017 (22:38)
1 Responses
Last Response: Jan 05 2018 (11:12)
1 Responses
Last Response: Jan 05 2018 (11:12)
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। एक प्रमुख नीतिगत बदलाव के तहत रेल मंत्रालय ने रेलवे स्टेशनों के वर्गीकरण के पुराने तरीके को बदलकर नया तरीका अपनाने का निर्णय लिया है। इसके तहत स्टेशनों का वर्गीकरण केवल राजस्व के मुताबिक करने के बजाय राजस्व तथा यात्री संख्या दोनों के आधार पर होगा। इस लिहाज से अब स्टेशनों के तीन समूह तथा 12 उप समूह होंगे।
तीन समूहों में गैर-उपनगरीय या नॉन सबर्बन (एनएसजी), उपनगरीय (एसजी) या सबर्बन तथा स्थगन या हाल्ट (एचजी) स्टेशन शामिल हैं। गैर-उपनगरीय या नॉन-सबर्बन स्टेशनों को छह उपसमूहों में बांटा गया है। सालाना 500 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व तथा दो करोड़ रुपये से अधिक यात्रियों की आवक वाले स्टेशनों को एनएसजी1 स्टेशन माना जाएगा। जबकि 100-500 करोड़ की आमदनी...
more...
तीन समूहों में गैर-उपनगरीय या नॉन सबर्बन (एनएसजी), उपनगरीय (एसजी) या सबर्बन तथा स्थगन या हाल्ट (एचजी) स्टेशन शामिल हैं। गैर-उपनगरीय या नॉन-सबर्बन स्टेशनों को छह उपसमूहों में बांटा गया है। सालाना 500 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व तथा दो करोड़ रुपये से अधिक यात्रियों की आवक वाले स्टेशनों को एनएसजी1 स्टेशन माना जाएगा। जबकि 100-500 करोड़ की आमदनी...
more...