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Blog Entry# 3308385
Posted: Apr 16 2018 (11:47)

3 Responses
Last Response: Apr 24 2018 (21:50)
General Travel
83167 views
6

Apr 16 2018 (11:47)   12720/Hyderabad - Jaipur SF Express (PT) | KNW/Khandwa Junction (6 PFs)
SAYYADRIYAJALI~
SAYYADRIYAJALI~   1107 blog posts
Entry# 3308385            Tags   Past Edits
*जहां से लंबी दूरी की ट्रेन गुजरी, वहां ब्रॉडगेज का इंतजार*
भारतीय रेल की 165वीं वर्षगांठ पर विशेष : देश के चार जोन को जोड़ने वाले जंक्शन पर योजनाएं अपार, यात्री बेहाल
- खंडवा में 152 साल पहले गुजरी थी पहली ट्रेन, मुंबई-कोलकाता लाइन से जुड़ा था खंडवा
*- गेज कन्वर्जन का काम धीमा, डेढ़ साल से बंद सनावद-अकोला ट्रैक*
खंडवा।
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more...

खंडवा जंक्शन देश से सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में शामिल है। यहां 152 साल पहले मुंबई-हावड़ा ट्रेन गुजरी थी। इसके साथ ही यहां ब्रिटिशकाल में ही मीटरगेज ट्रैक भी बना। इस ट्रैक पर आंध्रप्रदेश से राजस्थान को जोड़कर 1700 किमी दूरी तय करने वाली देश की सबसे लंबी मीटरगेज ट्रेन मिनाक्षी एक्सप्रेस चली थी। गेज कन्वर्जन में धीरे-धीरे यह संपर्क टूटता गया और महू से अकोला तक सिमट कर रहा गया। आज इसी ट्रैक को ब्रॉडगेज का इंतजार है। सनावद से अकोला के बीच डेढ़ साल से ट्रैक बंद है, यात्री चाहते हैं कि खंडवा जल्द रेलमार्ग से इंदौर से जुड़े। देश के चार रेलवे जोन को जोड़ने वाले एकमात्र स्टेशन पर योजनाएं तो अपार हैं लेकिन यात्री बेहाल हैं। कई सुविधाओं का यात्रियों को अब भी इंतजार है। लिफ्ट, एस्केलेट, वाय-फाय, पेयजल, शौचालय सहित आकस्मिक सुविधाओं के लिए अब भी यात्री परेशान हैं।
1866 में मुंबई से हावड़ा (कोलकाता) को जोड़ने वाली ट्रेन खंडवा से गुजरी थी। 152 साल पुराने इतिहास के गवाह इस स्टेशन पर विकास की अपार संभावनाएं हैं। कई प्रस्ताव बने, घोषणाएं हुईं लेकिन अधिकांश मूर्त रूप नहीं ले पाईं। ऐसे में यात्रियों को परेशान होना पड़ता है। यात्रियों को सबसे अधिक इंतजार खंडवा-इंदौर ब्रॉडगेज का है। यहां 1 जनवरी 2017 से मेगाब्लॉक ले लिया गया है। यहां सनावद से खंडवा के बीच 56 किमी ट्रैक का अर्थवर्क भी अभी पूरा नहीं हो पाया है। दूसरी ओर खंडवा से आकोट के बीच तो अब तक काम ही शुरू नहीं हुआ है। स्टेशन के मीटरगेज ट्रैक अब भी ब्रिटिशकालीन पटरियां नजर आ रही हैं। इसके साथ ही आपातकालीन वैगन और मीटरगेज मालगाड़ी भी यहीं खड़ी है। गेज कन्वर्जन में रेलवे का फोकस पैसेंजर ट्रेन से अधिक बीड़ से सेल्दा के बीच थर्मल पॉवर प्लांट को जोड़ने वाले बायपास ट्रैक पर है।
*चार जोन को जोड़ने वाला जंक्शन*
- देश के चार रेलवे जोन दक्षिण मध्य रेलवे, पश्चिम रेलवे, मध्य रेलवे और पश्चिम मध्य रेलवे को जोड़ने वाला यह देश का एकमात्र स्टेशन है।
*हिंदी के चार का आंकड़ा और ग्रेडिएंट सिर्फ इसी ट्रैक पर*
पूर्व स्टेशन प्रबंधक एनके दवे ने कहा कि रेलवे को लेकर खंडवा का इतिहास स्वीर्णिम रहा है। यहां से देश की सबसे लंबी दूरी की मीटरगेज ट्रेन गुजरती थी। मुंबई-कोलकाता और खंडवा-इंदौर लाइन ब्रिटिश कालीन हैं। यहां खंडवा से अकोला के बीच मीटरगेज ट्रेन मेलघाट के पास हिंदी के चार का आंकड़ा बनाती थी। इसी तरह खंडवा-महू ट्रैक पर 1 गुणा 100 का गे्रडिएंट है जो सिर्फ इसी ट्रैक पर देखने को मिलता है। इस कारण खंडवा से महू के बीच केवल 330 टन की ही ट्रेन ही चल सकती थी। मीटरगेज ट्रैक पर केवल 11 कोच की ट्रेन ही चलाई जाती थी, जो कालाकुंड से दो इंजन की सहायता से चलती थी।
#RatlamAkolaGCProject
#AkolaMhowGC

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1 Public Posts - Mon Apr 16, 2018

40312 views
2

Apr 16 2018 (17:44)
SonOfGalaxy
SonOfGalaxy   179 blog posts
Re# 3308385-2              
WR should hand over this project to L&T!!!
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1 Public Posts - Tue Apr 24, 2018
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