आईआईटी से मोतीझील तक 9 किमी. के रूट पर मेट्रो शान से दौड़ रही है। लेकिन मेट्रो ने रोड बनाने में बड़ी लापरवाही बरती। निर्माण पूरा होने के बाद पूरे रूट पर मेट्रो ने रोड बनाई, लेकिन ड्रेनेज सिस्टम को पूरी तरह बंद कर दिया। इससे पूरे रूट पर जलभराव हो रहा। शनिवार को थोड़ी सी बारिश में भी जलभराव हो गया। वहीं जीटी रोड होने की वजह से रोजाना इस रूट पर करीब 5 लाख से ज्यादा वाहन गुजरते हैं।
9 किलोमीटर तक सिस्टम खराबनगर निगम चीफ इंजीनियर एसके सिंह ने बताया कि मेट्रो निर्माण के पहले आईआईटी से लेकर मोतीझील तक जलनिकासी आराम से हो जाता था। बारिश का पानी भी नहीं भरता था, लेकिन मेट्रो निर्माण की वजह से...
more... जगह जगह सड़क खोदी गई और निर्माण के बाद सड़क को चौड़ा किया गया। इसमें ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह बंद हो गया। इसके लिए अब आईआईटी से लेकर मोतीझील तक सर्वे किया जाएगा और रिपोर्ट के बाद ही ड्रेनेज का सिस्टम ठीक होगा।
अब मेट्रो लिख रहा लेटरमेट्रो के अधिकारी अब नगर निगम और पीडब्लूडी को लेटर लिखकर कहा है कि मेट्रो रूट पर जलभराव होता है। इसको दूर किया जाए। इस पर पीडब्लूडी के अधिशाषी अभियंता प्रांतीय खंड ने मेट्रो को जवाब में कहा है कि मेट्रो निर्माण के चलते रोड मेट्रो को हैंडओवर है। ऐसे में विभाग द्वारा कोई कार्य कराया जाना संभव नहीं है, खुद ही समस्या को दूर करें।
नगर निगम ने भी खड़े किए हाथ3 विभागों की खींचतान में आम लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। सड़क निर्माण से पहले मेट्रो ने रोड बनाने में ड्रेनेज के लिए बनाई गई सभी नालियों को बंद कर दिया है। नगर निगम चीफ इंजीनियर का कहना है कि अब मेट्रो पहले इसमें से मिट्टी की सफाई करवाएं, इसके बाद नगर निगम ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करेगा।
जगह-जगह भर रहा पानीसड़क पर जलनिकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण डिवाइडर किनारों समेत जगह बरसाती पानी भर रहा है। अगर यही हाल रहा तो लोगों को दिक्कतों का सामना करने के अलावा नई बनी सड़क भी जल्द खराब होने के कगार पर आ जाएगी।