माल ढुलाई के क्षेत्र में रेलवे नित्य नए आयाम लिख रहा है। इसके लिए कई प्रमुख मार्गों पर डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण किया गया है जिस पर बिना रुकावट निर्बाध रूप से माल गाड़ियों का आवागमन होता है। रोहतास जिले के डेहरी के सोन नदी पर ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के रेल ब्रिज पर पिछले दिनों पहली बार एक साथ पांच फ्रेट ट्रेनों का परिचालन हुआ था, इसका वीडियो रेलवे ने शेयर किया है।
एक साथ 6 ट्रेनों के गुजरने की है क्षमता।
रेल अधिकारियों के अनुसार रेलवे के सबसे लंबे ब्रिजों...
more... में शामिल इस फ्रेट कारिडोर पुल पर एक तरफ से तीन लॉग हॉल ट्रेन का परिचालन की क्षमता है। अर्थात दोनों तरफ से एक साथ 6 ट्रेनों की परिचालन की क्षमता है। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार इस पर गत सप्ताह एक साथ पांच फ्रेट ट्रेनों का परिचालन हुआ, जिसका रेलवे द्वारा एअर वियू बनाया गया, जिसे अब ट्वीटर हैंडल से शेयर किया गया है।
पहले चरण में 2 फ्रेट कोरिडोर का हो रहा निर्माण।
बता दें कि पहले चरण में जिसे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड पूरा कर रहा है। 1,504 किलोमीटर वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और 1,856 किलोमीटर ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है। जिसमें सोननगर से दनकुनी के बीच पीपीपी मोड सेक्शन भी शामिल है। ईडीएफसी की शुरुआत साहनेवाल से होगी। यह समर्पित माल गलियारा पंजाब, यूपी, हरियाणा, बिहार और झारखंड से होकर गुजरेगा। यह कॉरिडोर पश्चिम बंगाल के दनकुनी में समाप्त होगा। इसी के अंतर्गत सोन ब्रिज पर भी फ्रेट कॉरिडोर बना है, जिस पर ट्रेनों का परिचालन अब शुरू हो गया है।