Search Forum
Blog Entry# 1636055
Posted: Nov 03 2015 (00:57)
69 Responses
Last Response: Dec 10 2015 (22:30)
69 Responses
Last Response: Dec 10 2015 (22:30)
#railwayengineering
Yesterday got the Following Reply from Mr Sumit Bhatnagar Dir.Elect.Engg. (RS) Railway Board of the E-Mail which I had sent to Hon'ble RM on 15th August 2015. My E-Mail to Hon'ble RM on 15th August 2015 is also shared below:
-------------------------------------------------- -------------------------------------------------- -------------------------------------------------- ---------------------------------------------
Subject: Loco Link of Geetanjali Exp and CSTM HWH AC Duronto Exp.
From:...
more...
Yesterday got the Following Reply from Mr Sumit Bhatnagar Dir.Elect.Engg. (RS) Railway Board of the E-Mail which I had sent to Hon'ble RM on 15th August 2015. My E-Mail to Hon'ble RM on 15th August 2015 is also shared below:
-------------------------------------------------- -------------------------------------------------- -------------------------------------------------- ---------------------------------------------
Subject: Loco Link of Geetanjali Exp and CSTM HWH AC Duronto Exp.
From:...
more...
7 Public Posts - Tue Nov 03, 2015
3 Public Posts - Thu Nov 05, 2015
4 Public Posts - Mon Nov 09, 2015
6 Public Posts - Tue Nov 10, 2015
5 Public Posts - Fri Nov 13, 2015
2 Public Posts - Tue Nov 17, 2015
4 Public Posts - Thu Nov 19, 2015
16 Public Posts - Sat Nov 21, 2015
4 Public Posts - Mon Nov 23, 2015
6 Public Posts - Tue Nov 24, 2015
3 Public Posts - Wed Nov 25, 2015
चिरेका में सिंगल फेस इंजन का उत्पादन बंद.
140 की प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने वाली सिंगल फेस रेल इंजन डब्ल्यूएपी-4 का उत्पादन अब चितरंजन रेल कारखाना में नहीं होगा। बुधवार को यहां निर्मित आखिरी इंजन को रेलवे बोर्ड के सदस्य सह पदेन सचिव नवीन टंडन ने हरी झंडी दिखाकर देश को समर्पित किया। 1990 से सिंगल फेस डब्ल्यूएपी-4 रेल इंजनों का उत्पादन रेल कारखाना कर रहा था। इसकी क्षमता 26 कोच के साथ यात्री ट्रेन को 140 किमी प्रति घंटा दौड़ाने की है। मगर चिरेका अब थ्री फेस रेल इंजनों का उत्पादन कर रहा है, जो कई मायनों में सिंगल फेस से बेहतर है। यहां पहुंचे टंडन ने चिरेका के विद्युत लोको टेस्टिंग शॉप एवं विद्युत लोको असेम्बली शॉप...
more...
140 की प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने वाली सिंगल फेस रेल इंजन डब्ल्यूएपी-4 का उत्पादन अब चितरंजन रेल कारखाना में नहीं होगा। बुधवार को यहां निर्मित आखिरी इंजन को रेलवे बोर्ड के सदस्य सह पदेन सचिव नवीन टंडन ने हरी झंडी दिखाकर देश को समर्पित किया। 1990 से सिंगल फेस डब्ल्यूएपी-4 रेल इंजनों का उत्पादन रेल कारखाना कर रहा था। इसकी क्षमता 26 कोच के साथ यात्री ट्रेन को 140 किमी प्रति घंटा दौड़ाने की है। मगर चिरेका अब थ्री फेस रेल इंजनों का उत्पादन कर रहा है, जो कई मायनों में सिंगल फेस से बेहतर है। यहां पहुंचे टंडन ने चिरेका के विद्युत लोको टेस्टिंग शॉप एवं विद्युत लोको असेम्बली शॉप...
more...
1 Public Posts - Mon Dec 07, 2015
7 Public Posts - Thu Dec 10, 2015