Part-3/
ऑपरेशन समुद्र सेतु–आईएनएस ऐरावत मालदीव से 198 भारतीय नागरिकों को वापस लाया
भारतीय नौसेना द्वारा "ऑपरेशन समुद्र सेतु" के लिए तैनात किया गया आईएनएस ऐरावत कल तड़के तूतीकोरिन बंदरगाह पर 198 भारतीय नागरिकों के साथ पहुंचा जिन्हें मालदीव की राजधानी माले से वापस लाया गया है। इस प्रकार भारतीय नौसेना अब तक मालदीव से 2386 भारतीय नागरिकों को वापस भारत ले आई...
more... है। मालदीव में इन भारतीय नागरिकों को जहाज पर चढ़ाने संबंधी काम में भारतीय मिशन ने काफी मदद की। इसके साथ ही भारतीय नौसेना दुनियाभर में जारी कोविड महामारी के दौरान मालदीव, श्रीलंका और ईरान से 3305 भारतीय नागरिकों को वापस भारत ला चुकी है।
विस्तार से पढ़ें:
कोविड-19 को देखते हुए जीपीआरए के आवंटियों को एक बार की छूट
आवास और शहरी मंत्रालय ने जीपीआरए के आवंटियों को सरकारी निवास के प्रतिधारण के लिए अतिरिक्त 15 दिन का विस्तार उपलब्ध करा दिया है, जो 15 जुलाई, 2020 तक के लिए है। मंत्रालय ने पूर्व में प्रतिधारण अवधि में 30 जून, 2020 तक का विस्तार दिया था। मंत्रालय ने कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के चलते वैकल्पिक निवास हासिल करने, शिफ्टिंग के लिए मजदूरों की व्यवस्था में आवंटियों को आ रही दिक्कतों से संबंधित विभिन्न प्रस्तुतीकरण को देखते हुए यह फैसला लिया है। मंत्रालय ने संबंधित आवंटियों को 15 जुलाई या उससे पहले निवास खाली करने की सलाह दी है, अन्यथा उनसे शुल्क/ बाजार दर से किराया वसूल किया जाएगा।
विस्तार से यहां पढ़ें:
सीएसआईआर - नीरी में 3000 से अधिक कोविड -19 नमूनों का परीक्षण किया गया
सीएसआईआर - राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान में अप्रैल 2020 से कोविड -19 परीक्षण सुविधा का संचालन किया जा रहा है। अब तक कोविड -19 के 3,000 से अधिक नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है। प्रति दिन 50 नमूनों की परीक्षण क्षमता के साथ, सीएसआईआर-नीरी के पास कोविड -19 नमूनों का परीक्षण करने और परीक्षण से पहले उपयुक्त जैव-सुरक्षा और सावधानी बरतने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा मौजूद है। यह सुविधा नागपुर और विदर्भ के आसपास के क्षेत्रों के कोविड -19 नमूनों के परीक्षण के लिए खुली है।
विस्तार से पढ़ें:
जेएनसीएएसआर ने कोविड-19 पर ध्यान केंद्रित करते हुए संक्रामक रोगों के आणविक निदान के लिए क्रैश कोर्स शुरू किया
जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च (जेएनसीएएसआर), भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत आने वाला एक स्वायत्त अनुसंधान संस्थान, ने अपने जाकुर परिसर में एक अत्याधुनिक कोविड डायग्नोस्टिक प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की है जिससे कोविड-19 महामारी के खिलाफ राष्ट्रीय लड़ाई के लिए क्षमता निर्माण करने में मदद मिल सके। आणविक नैदानिक तकनीकें, जैसे रियल-टाइम पीसीआर, कोविड-19 सहित महामारियों के निदान और ट्रैकिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। राष्ट्र की महत्वपूर्ण और अपूर्ण जरूरतों को समझते हुए जेएनसीएएसआर ने कोविड-19 के लिए रियल-टाइम पीसीआर में कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए एक अत्याधुनिक नैदानिक प्रशिक्षण सुविधा की स्थापना करके एक अभियान की शुरुआत की है।
विस्तार से यहां पढ़ें: