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Blog Entry# 55922
Posted: Jul 04 2010 (07:56)
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ताजी ताजी मीठी मीठी सुबह सुबह की प्रान दायिनी इस मस्त बयार का स्वागत करते हुए सभी साथीयो को सुप्रभातम सुप्रभातम - मेघो ने बरसाया अमृत इस अमृत से धरती ने हरियाली की चादर ओढी इस हरियाली से धरती के हर प्राणी में हरियाली खुशहाली छाई आओं हम सब मिल कर इन अमृत बूंदों का करे स्वागत और कर ले एक प्रण -- की हरेक अमृत बूंद को हम सोना चांदी से भी ज्यादा कीमती समझ कर इनका मूल्य समझेगे और हर रेलवे स्टेशन पर अनावश्यक जल का दुरूपयोग रोकेगे ---
धन्यवाद्
धन्यवाद्