Search Forum
Blog Entry# 5984811
Posted: Mar 02 (15:34)
5 Responses
Last Response: Mar 08 (14:06)
5 Responses
Last Response: Mar 08 (14:06)
म्यूजियम घूमने के बाद, मैं तलाश कर रहा था मोतीबाग नैरोगेज shed का, जो मैंने मेट्रो से देखा की कुछ नैरोगेज कोच अभी भी है। मैं निकल ,एक रास्ता मिला । चलते चलते ये नजर आया , नैरो गेज की पटरी अभी भी बिछी हुई है और पूरा झारिओं से ढक गया है। फिर मैं coaches और लोको की तलाश किया ,लोको तो नही मिला लेखिन coaches मिले,झरिओ के अंदर छिपे हुए मिले। मानो के बोल रहे हों,अब बस बहुत सेवा दी,अब ऐसे ही चैन की सांस लेकर बैठे रहेंगे। लगभग 7 से 8 coaches पड़े हुए मिले। हो सके इनको नैनपुर,मंडला fort,छिंदवाड़ा,सिवनी,बालाघाट,गोंदिया, Nagbhir,चंदा fort,कटंगी,इतवारी में प्रिजर्व किया जाए जैसे जबलपुर और भोपाल स्टेशन में है।
1 Public Posts - Fri Mar 08, 2024
When did the last NG trains run from here? I also saw some NG tracks on Gwalior - Sheopur Kalan section running parallel to main road. Here are couple of images I took of Gwalior NG; which still had it's basic stuff intact right next to Gwalior Jn.
/blog/post/5907009
/blog/post/5907009
3 Public Posts - Fri Mar 08, 2024