More Pics : click here
.
इसलिए खास है ये कोच...
1. कॉलबैल और एनाउंसमेंट सिस्टम : कोच में व्हिस्ल और एनाउंसमेंट सिस्टम। यात्री कॉलबैल बजाकर मदद मांग सकेंगे। एनाउंसमेंट सिस्टम से आने वाले स्टेशनों की जानकारी यात्रियों को दी जाएगी। इसी तरह अगले स्टेशन आदि की जानकारी के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगे हैं।
2....
more... पढ़ने के लिए एलईडी लाइट : हर बर्थ पर पढ़ने के लिए नए डिजाइन के एलईडी लाइट लगाए गए हैं। इससे यात्री अपनी बुक, मैग्जीन, न्यूजपेपर पर फोकस कर सकते हैं। दूसरे यात्रियों को असुविधा नहीं होगी।
3. अपर बर्थ की ऊंचाई कम : अपर बर्थ की ऊंचाई साइड अपर बर्थ की तरह कर दी गई है। वरिष्ठ नागिरकों को अपर बर्थ में चढ़ने में परेशानी नहीं होगी। सीढ़ियां नई तरीकों से बनाई।
4. टॉयलेट में बेहतर सुविधाएं : टॅायलेट में सोप स्टैंड, वाॅशबेसिन को अच्छे ढंग से फिट कर जगह का उपयोग करने की कोशिश की गई है।
5. बड़े एग्जास्ट फैन : बड़े आकार के फैन। रेग्युलेटर भी लगे। यात्रियों को इनसे खासी सुविधा मिल सकेगी।
6. स्क्रूलैस हैं कोच: सभी कोच में स्क्रू नहीं दिख रहे हैं। थर्मो प्लास्टिक सीट्स की फिटिंग इस तरह की गई है कि उनमें स्क्रू नहीं दिखते।
लेकिन ये कमजोरियां भी
1. पुराने कोच में डेंटिंग-पेंटिंग कुछ कमजोर है। कई जगह वेल्डिंग भी साफ दिख रही थी। वहीं, कचरे के पैकेट तक कोच के नीचे लटके दिखे।
2. सामग्री की सुरक्षा कैसे होगी यह अहम सवाल है। रेलकर्मी भी इस बात पर हैरान हैं कि जनरल कोच में जो फीचर्स दिए गए हैं, उनके मटेरियल चोरी न हों इसका ध्यान रखा जाना चाहिए था।
3. जनरल कोच में हर सीट में चार-चार बोतल स्टैंड दिए गए हैं। जिन यात्रियों की ऊंचाई थोड़ी भी ज्यादा है, उनको बैठने में परेशानी होगी।