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Blog Entry# 4679432
Posted: Aug 01 2020 (17:25)
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Last Response: Aug 01 2020 (17:26)
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Rang De Basanti^ 138872 news posts
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कुछ देशों से सार्वजनिक खरीद पर प्रतिबंध
भारत सरकार ने आज सामान्य वित्तीय नियम 2017 में संशोधन किया, ताकि उन देशों के बोली लगाने वालों पर प्रतिबंध लगाया जा सके जो भारत के भू-भाग के साथ सीमा साझा करते हैं। संशोधन, भारत की प्रतिरक्षा तथा राष्ट्रीय सुरक्षा समेत प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संबंधित मामलों को ध्यान में रखते हुए किया गया...
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कुछ देशों से सार्वजनिक खरीद पर प्रतिबंध
भारत सरकार ने आज सामान्य वित्तीय नियम 2017 में संशोधन किया, ताकि उन देशों के बोली लगाने वालों पर प्रतिबंध लगाया जा सके जो भारत के भू-भाग के साथ सीमा साझा करते हैं। संशोधन, भारत की प्रतिरक्षा तथा राष्ट्रीय सुरक्षा समेत प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संबंधित मामलों को ध्यान में रखते हुए किया गया...
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है। उक्त नियमों के तहत, व्यय विभाग ने भारत की रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सार्वजनिक खरीद पर एक विस्तृत आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार, भारत के साथ भूमि सीमा साझा करने वाले ऐसे देशों का कोई भी बोली लगाने वाला वस्तु, सेवाओं (परामर्श सेवाओं और गैर-परामर्श सेवाओं सहित) या कार्य (टर्नकी परियोजनाओं सहित) से सम्बंधित किसी भी सरकारी खरीद में बोली लगाने का पात्र होगा, यदि बोलीदाता सक्षम प्राधिकरण के साथ पंजीकृत है। पंजीकरण के लिए सक्षम प्राधिकरण, उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा गठित पंजीकरण समिति होगी। विदेश और गृह मंत्रालय से क्रमशः राजनीतिक और सुरक्षा मंजूरी अनिवार्य होगी। इस आदेश में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक और वित्तीय संस्थान, स्वायत्त निकाय, केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (सीपीएसई) और सरकार या इसके उपक्रमों से वित्तीय सहायता प्राप्त करने वाली सार्वजनिक-निजी भागीदारी की परियोजनाएं शामिल हैं। 31 दिसंबर 2020 तक कोविड-19 वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए चिकित्सा आपूर्ति की खरीद सहित कुछ सीमित मामलों में छूट प्रदान की गई है।
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राष्ट्रमंडल महासचिव ने वैश्विक मंच पर फिट इंडिया मूवमेंट की सराहना की; श्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सेहत के प्रति जागरूकता ने भारत के लोगों में महामारी के दौरान प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में मदद की
केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने राष्ट्रमंडल देशों के मंत्रियों के वैश्विक मंच की बैठक में भारत में खेल गतिविधियां फिर से शुरू करने की तैयारियों और कोविड-19 के बाद के समय में मिलकर एक सामंजस्यपूर्ण नीति तैयार किए जाने का खाका पेश किया। वैश्विक मंच की बैठक को संबोधित करते हुए श्री रिजिजू ने कहा कि राष्ट्रमंडल देशों के सदस्य के रूप में हमें सभी मुद्दों पर एकजुट होकर खड़े होने की जरूरत है और वह भी खासकर ऐसे समय में जब पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी के संकट से गुजर रही है। महामारी के दौरान सेहत का ख्याल रखने के महत्व पर बोलते हुए खेल मंत्री ने कहा, “मैं इस मंच से राष्ट्रमंडल देशों के मंत्रियों को बताना चाहूंगा कि फिट इंडिया मूवमेंट एक बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसे पिछले साल हमारे प्रधानमंत्री ने शुरू किया था। यह लोगों को सेहतमंद रखते हुए उन्हें महामारी से लड़ने में सक्षम बनाने के मामले में बहुत उपयोगी साबित हुआ है। श्री रिजिजू ने कहा कि भारत ने ऑनलाइन कार्यक्रमों की विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से लोगों में फिटनेस और वेलनेस के प्रति जागरूकता पैदा करने का काम किया है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य, पोषण और व्यायाम पर अपनी सलाह साझा की है जिसका लाभ सभी आयु वर्ग के नागरिकों ने उठाया है।
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मानव संसाधन मंत्री ने "भारत में रहें और भारत में अध्ययन करें" विषय पर गहन विचार मंथन सत्र आयोजित किया
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज नई दिल्ली में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और स्वायत्त/तकनीकी संगठनों के प्रमुखों के साथ “ भारत में रहें और भारत में अध्ययन करें” के बारे में विचार-मंथन सत्र आयोजित किया। श्री पोखरियाल ने इस अवसर पर कहा कि कोविड के कारण कई छात्र जो विदेश में पढ़ाई करना चाहते थे, उन्होंने भारत में ही रहने और भारत के भीतर अपनी पढ़ाई करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि अपनी पढ़ाई पूरी होने की चिंता के साथ भारत लौटने वाले छात्रों की संख्या भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय को इन दोनों तरह के छात्रों की जरूरतों पर ध्यान देने के लिए सभी प्रयास करने चाहिए। यूजीसी के अध्यक्ष की अध्यक्षता में दिशा-निर्देशों और उपायों की सूची तैयार करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति ऐसे उपाय बताएगी जिससे अधिक से अधिक छात्र देश में रहकर पढ़ाई करें।
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जैवप्रौद्योगिकी विभाग ने जीनोवा बायोफार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के नोवेल एमआरएनए आधारित कोविड-19 टीका प्रत्याशी-एचजीसीओ19 के लिए सीड फंडिंग उपलब्ध कराई
डीबीटी-बीआईआरएसी ने भारत में अपनी तरह की पहली एमआरएनए आधारित वैक्सीन निर्माण प्लेटफार्म की स्थापना को सुगम बनाया है। डीबीटी ने कोविड-19 टीके के लिए जीनोवा के नोवेल सेल्फ ऐम्प्लिफाइंग एमआरएनए आधारित टीका प्रत्याशी के विकास के लिए सीड फंडिंग उपलब्ध करायी है। अमेरिका के सीएटल स्थित एचडीटी बायोटेक कॉरपोरेशन के सहयोग से जीनोवा ने प्रदर्शित सुरक्षा, इम्युनोजेनिसिटी, रोडेंट एवं गैर-मानव प्राइमेट मॉडल्स में न्यूट्रलाइजेशन एंटीबाडी गतिविधि के साथ एक एमआरएनए वैक्सीन प्रत्याशी (एचजीसीओ19) विकसित किया है।
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सीएसआईआर द्वारा विकसित और मेसर्स सिप्ला लिमिटेड द्वारा उपयोग में लाई जाने वाली कम लागत वाली प्रक्रियागत तकनीक से बनी बेहतर और कारगर दवा फेविपिराविर के शीघ्र लॉन्च किए जाने की उम्मीद
एक बिना पेटेंट वाली तथा वायरल रोधी दवा फेविपिराविर जिसकी खोज मूल रूप से जापान की फुजी द्वारा की गई थी, ने कोविड-19 मरीजों, विशेष रूप से हल्के और मध्यम लक्षण वाले रोगियों के उपचार के लिए नैदानिक परीक्षणों में उम्मीद प्रदर्शित की है। सीएसआईआर घटक प्रयोगशाला सीएसआईआर-भारतीय रसायन प्रौद्योगिकी संस्थान (सीएसआईआर-आईआईसीटी) ने इस सक्रिय फार्मास्युटिकल इंग्रडिएंट (एपीआई) को संश्लेषित करने के लिए स्थानीय रूप से उपलब्ध रसायनों का उपयोग करने के जरिये एक किफायती प्रक्रिया विकसित की है और यह प्रौद्योगिकी फार्मास्युटिकल क्षेत्र की अग्रणी कंपनी मेसर्स सिप्ला लिमिटेड को अंतरित कर दी है। सिप्ला ने अपने विनिर्माण सुविधा केंद्र में इस प्रक्रिया को और आगे बढ़ाया है और भारत में इस उत्पाद को लॉन्च करने के लिए डीसीजीआई से संपर्क किया है। यह देखते हुए कि डीसीजीआई ने देश में फेविपिराविर के लिए सीमित आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी है, सिप्ला कोविड-19 से पीड़ित रोगियों की मदद के लिए इस उत्पाद को लॉन्च करने हेतु अब पूरी तरह तैयार है।
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रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह तथा इजरायल के रक्षा मंत्री ने रक्षा संबंधों को और मजबूत करने के लिए टेलीफोन पर चर्चा की
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज इजरायल के रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल बेंजामिन गैंट्ज के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया तथा रक्षा संबंधों को और मजबूत करने की संभावनाओं पर चर्चा की। दोनों राजनेताओं ने कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए अनुसंधान और विकास में आपसी सहयोग पर संतोष व्यक्त किया, जो न केवल दोनों देशों को लाभान्वित करेगा, बल्कि संपूर्ण मानवता की भी सहायता करेगा।
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राष्ट्रपति ने असम, बिहार और उत्तर प्रदेश में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए रेड क्रॉस की ओर से भेजी गई राहत सामग्री की खेप रवाना की
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने रेड क्रॉस की ओर से बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए भेजी गई राहत आपूर्ति सामग्री से लदे नौ ट्रकों को आज राष्ट्रपति भवन से रवाना किया। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी उपस्थित थे। राष्ट्रपति भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष भी हैं। इस राहत सामग्री में तिरपाल, टेंट, साड़ी, धोती, सूती कंबल, रसोई सेट, मच्छरदानी, चादरें, बाल्टियां और दो जल शोधन मशीनें शामिल हैं। इसके अलावा कोविड से बचाव के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सर्जिकल मास्क, पीपीई किट, दस्ताने और फेस शील्ड भी इस खेप का हिस्सा हैं। बाढ़ प्रभावित राज्यों में इनका इस्तेमाल मुख्य रूप से राहत और पुनर्वास कार्यों में अग्रिम पंक्ति में तैनात आईआरसीएस चिकित्सा सेवाओं के लोगों तथा आईआरसीएस के स्वयंसेवकों के लिए किया जाएगा।
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राष्ट्रमंडल महासचिव ने वैश्विक मंच पर फिट इंडिया मूवमेंट की सराहना की; श्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सेहत के प्रति जागरूकता ने भारत के लोगों में महामारी के दौरान प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने में मदद की
केन्द्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने राष्ट्रमंडल देशों के मंत्रियों के वैश्विक मंच की बैठक में भारत में खेल गतिविधियां फिर से शुरू करने की तैयारियों और कोविड-19 के बाद के समय में मिलकर एक सामंजस्यपूर्ण नीति तैयार किए जाने का खाका पेश किया। वैश्विक मंच की बैठक को संबोधित करते हुए श्री रिजिजू ने कहा कि राष्ट्रमंडल देशों के सदस्य के रूप में हमें सभी मुद्दों पर एकजुट होकर खड़े होने की जरूरत है और वह भी खासकर ऐसे समय में जब पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी के संकट से गुजर रही है। महामारी के दौरान सेहत का ख्याल रखने के महत्व पर बोलते हुए खेल मंत्री ने कहा, “मैं इस मंच से राष्ट्रमंडल देशों के मंत्रियों को बताना चाहूंगा कि फिट इंडिया मूवमेंट एक बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसे पिछले साल हमारे प्रधानमंत्री ने शुरू किया था। यह लोगों को सेहतमंद रखते हुए उन्हें महामारी से लड़ने में सक्षम बनाने के मामले में बहुत उपयोगी साबित हुआ है। श्री रिजिजू ने कहा कि भारत ने ऑनलाइन कार्यक्रमों की विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से लोगों में फिटनेस और वेलनेस के प्रति जागरूकता पैदा करने का काम किया है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य, पोषण और व्यायाम पर अपनी सलाह साझा की है जिसका लाभ सभी आयु वर्ग के नागरिकों ने उठाया है।
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मानव संसाधन मंत्री ने "भारत में रहें और भारत में अध्ययन करें" विषय पर गहन विचार मंथन सत्र आयोजित किया
केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज नई दिल्ली में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और स्वायत्त/तकनीकी संगठनों के प्रमुखों के साथ “ भारत में रहें और भारत में अध्ययन करें” के बारे में विचार-मंथन सत्र आयोजित किया। श्री पोखरियाल ने इस अवसर पर कहा कि कोविड के कारण कई छात्र जो विदेश में पढ़ाई करना चाहते थे, उन्होंने भारत में ही रहने और भारत के भीतर अपनी पढ़ाई करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि अपनी पढ़ाई पूरी होने की चिंता के साथ भारत लौटने वाले छात्रों की संख्या भी बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय को इन दोनों तरह के छात्रों की जरूरतों पर ध्यान देने के लिए सभी प्रयास करने चाहिए। यूजीसी के अध्यक्ष की अध्यक्षता में दिशा-निर्देशों और उपायों की सूची तैयार करने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। यह समिति ऐसे उपाय बताएगी जिससे अधिक से अधिक छात्र देश में रहकर पढ़ाई करें।
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जैवप्रौद्योगिकी विभाग ने जीनोवा बायोफार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के नोवेल एमआरएनए आधारित कोविड-19 टीका प्रत्याशी-एचजीसीओ19 के लिए सीड फंडिंग उपलब्ध कराई
डीबीटी-बीआईआरएसी ने भारत में अपनी तरह की पहली एमआरएनए आधारित वैक्सीन निर्माण प्लेटफार्म की स्थापना को सुगम बनाया है। डीबीटी ने कोविड-19 टीके के लिए जीनोवा के नोवेल सेल्फ ऐम्प्लिफाइंग एमआरएनए आधारित टीका प्रत्याशी के विकास के लिए सीड फंडिंग उपलब्ध करायी है। अमेरिका के सीएटल स्थित एचडीटी बायोटेक कॉरपोरेशन के सहयोग से जीनोवा ने प्रदर्शित सुरक्षा, इम्युनोजेनिसिटी, रोडेंट एवं गैर-मानव प्राइमेट मॉडल्स में न्यूट्रलाइजेशन एंटीबाडी गतिविधि के साथ एक एमआरएनए वैक्सीन प्रत्याशी (एचजीसीओ19) विकसित किया है।
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सीएसआईआर द्वारा विकसित और मेसर्स सिप्ला लिमिटेड द्वारा उपयोग में लाई जाने वाली कम लागत वाली प्रक्रियागत तकनीक से बनी बेहतर और कारगर दवा फेविपिराविर के शीघ्र लॉन्च किए जाने की उम्मीद
एक बिना पेटेंट वाली तथा वायरल रोधी दवा फेविपिराविर जिसकी खोज मूल रूप से जापान की फुजी द्वारा की गई थी, ने कोविड-19 मरीजों, विशेष रूप से हल्के और मध्यम लक्षण वाले रोगियों के उपचार के लिए नैदानिक परीक्षणों में उम्मीद प्रदर्शित की है। सीएसआईआर घटक प्रयोगशाला सीएसआईआर-भारतीय रसायन प्रौद्योगिकी संस्थान (सीएसआईआर-आईआईसीटी) ने इस सक्रिय फार्मास्युटिकल इंग्रडिएंट (एपीआई) को संश्लेषित करने के लिए स्थानीय रूप से उपलब्ध रसायनों का उपयोग करने के जरिये एक किफायती प्रक्रिया विकसित की है और यह प्रौद्योगिकी फार्मास्युटिकल क्षेत्र की अग्रणी कंपनी मेसर्स सिप्ला लिमिटेड को अंतरित कर दी है। सिप्ला ने अपने विनिर्माण सुविधा केंद्र में इस प्रक्रिया को और आगे बढ़ाया है और भारत में इस उत्पाद को लॉन्च करने के लिए डीसीजीआई से संपर्क किया है। यह देखते हुए कि डीसीजीआई ने देश में फेविपिराविर के लिए सीमित आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी है, सिप्ला कोविड-19 से पीड़ित रोगियों की मदद के लिए इस उत्पाद को लॉन्च करने हेतु अब पूरी तरह तैयार है।
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रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह तथा इजरायल के रक्षा मंत्री ने रक्षा संबंधों को और मजबूत करने के लिए टेलीफोन पर चर्चा की
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आज इजरायल के रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल बेंजामिन गैंट्ज के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया तथा रक्षा संबंधों को और मजबूत करने की संभावनाओं पर चर्चा की। दोनों राजनेताओं ने कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए अनुसंधान और विकास में आपसी सहयोग पर संतोष व्यक्त किया, जो न केवल दोनों देशों को लाभान्वित करेगा, बल्कि संपूर्ण मानवता की भी सहायता करेगा।
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राष्ट्रपति ने असम, बिहार और उत्तर प्रदेश में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए रेड क्रॉस की ओर से भेजी गई राहत सामग्री की खेप रवाना की
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने रेड क्रॉस की ओर से बाढ़ प्रभावित राज्यों के लिए भेजी गई राहत आपूर्ति सामग्री से लदे नौ ट्रकों को आज राष्ट्रपति भवन से रवाना किया। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन भी उपस्थित थे। राष्ट्रपति भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष भी हैं। इस राहत सामग्री में तिरपाल, टेंट, साड़ी, धोती, सूती कंबल, रसोई सेट, मच्छरदानी, चादरें, बाल्टियां और दो जल शोधन मशीनें शामिल हैं। इसके अलावा कोविड से बचाव के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सर्जिकल मास्क, पीपीई किट, दस्ताने और फेस शील्ड भी इस खेप का हिस्सा हैं। बाढ़ प्रभावित राज्यों में इनका इस्तेमाल मुख्य रूप से राहत और पुनर्वास कार्यों में अग्रिम पंक्ति में तैनात आईआरसीएस चिकित्सा सेवाओं के लोगों तथा आईआरसीएस के स्वयंसेवकों के लिए किया जाएगा।
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