दुर्घटनावश मृत्यु की स्थिति में मिलते हैं। झारखंड की एक दिवसीय यात्रा के दौरान रांची में मीडिया के साथ संवाद में श्री जोशी ने कहा कि इस फैसले से कोल इंडिया के 4 लाख स्थायी और संविदा कर्मचारियों को फायदा होगा। अभी तक कोविड से मरने वाले कर्मचारियों के परिजनों को भी इससे सुरक्षा मिलेगी। श्री जोशी ने कहा, “कोविड महामारी के दौरान कोल इंडिया के कर्मचारियों ने अपनी जान को खतरे में डालकर शानदार प्रदर्शन किया है। यही वजह है कि मैं उन्हें कोयला योद्धा (कोल वारियर्स) कहता हूं। मैंने राष्ट्र के प्रति उनकी अमूल्य सेवाओं को सम्मान देने के लिए ही इस लाभ का ऐलान किया है।”
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click hereएमईआईएस मुद्दों के शीघ्र समाधान के लिए वाणिज्य मंत्रालय काम कर रहा है- श्री गोयल
आत्मनिर्भर भारत के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मुद्दे पर सीआईआई नेशनल डिजिटल कॉन्फ्रेंस का कल उद्घाटन करते हुए मंत्री ने जोर देकर कहा कि औद्योगिक मंजूरी के लिए एक एकल खिड़की प्रणाली जल्द ही लागू होगी। उन्होंने उद्योग और सरकार, दोनों, से भागीदार के रूप में काम करने का आग्रह किया और कर चोरी करने और नियमों का उल्लंघन करने वालों की पहचान करने में उद्योग को सरकार की सक्रिय रूप से मदद करने का आग्रह किया। कोविड-19 की स्थिति पर मंत्री ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में वापस उछाल आ रहा है और लगाये गये प्रतिबंध अस्थायी थे और अब उन प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कोविड संकट के दौरान देश के सेवा क्षेत्र ने वैश्विक ग्राहकों की सेवा को जारी रखा। उन्होंने कहा कि भारत का निर्यात पिछले वर्ष के स्तर का लगभग 88 प्रतिशत है जबकि आयात पिछले वर्ष की समान अवधि का लगभग 75 प्रतिशत है।
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click hereसीएसआईआर द्वारा विकसित कोविड-19 प्रौद्योगिकियों तथा उत्पादों का एक कंपेन्डियम जारी किया
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान एवं स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने घोषणा की है कि डीबीटी एवं सीएसआईआर के भारतीय वैज्ञानिकों ने 1000 से अधिक सार्स-सीओवी-2 वायरल जीनोमों को सेक्वेंस किया है जो इसे देश में सबसे बड़ा प्रयास बनाता है। उन्होंने कहा कि, ‘ यह भारत में व्याप्त स्ट्रेनों एवं म्यूटेशन स्पेक्ट्रम को समझने में मदद करेगा जिससे नैदानिकों, औषधियों एवं टीकों में सहायता मिलेगी।’ डॉ. हर्षवर्धन आज यहां एक कार्यक्रम में सीएसआईआर द्वारा विकसित कोविड-19 प्रौद्योगिकियों तथा उत्पादों के एक कंपेन्डियम को जारी करने के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने कहा ‘सीएसआईआर द्वारा संकलित कंपेंडियम एक ही स्थान पर प्रौद्योगिकियों तथा उत्पादों को अधिकृत करता है तथा उद्योग एवं अन्य एजेन्सियां को जो कोविड-19 के लिए समाधान ढूंढ रहे हैं, उन्हें आसानी से मदद कर सकता है।’ डॉ. हर्षवर्धन ने उद्योग के साथ साझीदारी में सबसे पहले रोगियों को कोविड-19 के खिलाफ रिपर्पस्ड दवाओं जैसे कि सिप्ला की फेविपिरावीर, उपलब्ध कराने में सीएसआईआर की भूमिका की भी सराहना की। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस प्रकार के प्रयास से दवाओं को किफायती बनाकर कोविड-19 के रोगियों को लाभ पहुंचाएंगे।
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click hereपिछले वर्ष की तुलना में खरीफ फसलों के बुवाई रकबे में कुल 13.92 प्रतिशत की वृद्धि
भारत सरकार के कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान किसानों और कृषि गतिविधियों की सुविधा के लिए कई उपाय किये जा रहे हैं। खरीफ फसलों के बुवाई रकबे में संतोषजनक वृद्धि हुई है। खरीफ फसलों का बुवाई रकबा- पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 774.38 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की तुलना में इस वर्ष 31 जुलाई, 2020 तक खरीफ फसलों का बुवाई रकबा 882.18 लाख हेक्टेयर है, इस प्रकार देश में पिछले वर्ष की तुलना में बुवाई रकबे में 13.92 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसलिए, कुल मिलाकर, खरीफ फसलों के तहत बुवाई क्षेत्र कवरेज की प्रगति पर कोविड-19 का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
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click hereकोविड–19 के खिलाफ लड़ाई में फर्टिलाइज़र्स एंड केमिकल्स ट्रावनकोर लिमिटेड (फेक्ट) केरल सरकार की सहायता कर रहा है
रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत सार्वजनिक उद्यम, फर्टिलाइज़र्स एंड केमिकल्स ट्रावनकोर लिमिटेड (फेक्ट) कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में केरल सरकार का समर्थन कर रहा है। कंपनी ने अपना मुख्य सभागार, एम के के नायर हॉल एलोर नगर पालिका को आवंटित किया है, ताकि इसे 100 बिस्तरों वाले कोविड फर्स्ट-लाइन ट्रीटमेंट सेंटर (सीएफएलटीसी) के रूप में परिणत किया जा सके। इस उद्देश्य के लिए, कंपनी ने अपनी सीएसआर पहल के तहत बेड, बिस्तर, गद्दे आदि की भी आपूर्ति की है।
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